अंचल में कृषि कार्य ने पकड़ा रफ्तार, बैल नागर एवं टै्रक्टर से बढ़ रहा कृषि कार्य

गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। अंचल में गत सप्ताह भर की अच्छी बारिश के बाद खेती-किसानी ने रफ्तार पकड़ ली है। खेतों में किसानों की चहल-पहल बढ़ गई है। सुबह से शाम 4 बजे तक किसान व मजदूर खेती कार्य में व्यस्त होने लगे है। बारिश पर निर्भर किसान निंदाई का काम शुरू कर दिए है। वहीं साधन सम्पन्न किसान रोपाई का काम शुरू कर दिया है। बाजार में खाद, बीज, दवाई और कृषि उपकरणों की खरीदी के लिए किसानों की भीड़ काफी जुट रही है। विगत दिनों हुई अच्छी बारिश से खेती के काम में तेजी आई है जिससे किसानों के चेहरे खिल गए है। क्षेत्र में पारंपरिक रूप से बैलों से कहीं कहीं खेतों की जुताई की जा रही है, तो कहीं किसान जल्द काम निपटाने के लिए ट्रैक्टर का सहारा ले रहे है। किसानों ने बियासी का काम शुरू कर दिए है। कृषकों ने बताया कि पिछले दिनों हुई बारिश से खेतों में पर्याप्त पानी भर गया है। इस वर्ष अच्छी बारिश से धान बियासी व निंदाई, कोड़ाई कराने के अनुकुल हो गई है। छोट एवं कम कृषि भूमि में खेती करने वाले किसानों ने बताया कि वे अपने खेतों की बैलों से ही जुताई व बुवाई करते है। ट्रैक्टर और रोपाई पद्धति से खेती करने में किसानी लागत बढ़ जाती है। महंगाई से बचने के लिए वे सभी खेतों कर जुताई नागर-बैल से ही कर रहे है। रोपाई कराने वाले अधिकतर किसान टै्रक्टर का उपयोग कर रहे है। खेती के अनुकुल बारिश होने पर इस वर्ष अच्छी फसल होने का इंतजार है। जनपद उपाध्यक्ष योगेश साहू ने बताया कि पूरे अंचल में लगातार हो रही बारिश से कई लोग परेशान है तो वहीं खेतों में काम करने वाले किसानों की चेहरे पर मुस्कान है। लगातार हो रही बारिश से गांव में निवास करने वाले किसानों की चेहरों में मुस्कान झलक रही है। खेती का कार्यदु्रत गति से चल रहा है। क्षेत्र के किसान धान की बुवाई, रोपाई जुट गए है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में बढ़ती विद्युत संकट के बीच, लगातार बारिश होना किसानों को दोहरी खुशी प्रदान कर रही है। क्योंकि अघोषित विद्युत कटौती से किसान खेतों में पानी की कमी झेल रहे थे, ऐसी स्थिति में लगातार बारिश किसानों के लिए वरदान साबित हुई है। जनपद उपाध्यक्ष योगेश साहू ने बताया कि मैं स्वयं एक मध्य वर्गीय किसान परिवार से आता हूॅ। इस बारिश से हमारा ही नहीं, पूरे गांव के साथ, वनांचल क्षेत्र का किसान अपनी खेती पूर्ण करने जा रहा है। दूसरे ओर नजर डालें तो, कर्मचारी, व्यापारी एवं छात्र-छात्राओं को लगातार बारिश से आने जाने में परेशानी हो रही है, उनकी दैनिक दिनचर्या कुछ हद तक प्रभावित हो रही है।

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