

स्कूलों और महाविद्यालयों में जागरूकता लाने पर दिया जोर
गरियाबंद(गंगा प्रकाश)। नशामुक्त भारत अभियान के तहत जिले में लोगों को नशे से दूर करने नई रणनीति बनाई जा रही है। इस संबंध में कलेक्टर दीपक अग्रवाल की अध्यक्षता में संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में नशामुक्त भारत अभियान के अंतर्गत जिला स्तरीय समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में जिले में नशे से उत्पन्न होने वाले दुष्प्रभाव एवं उनको दूर करने के उपायों पर विशेष चर्चा की गई। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव भी मौजूद थी।
बैठक में जिले को नशामुक्त बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे गांव-गांव और शहर-शहर जाकर लोगों को जागरूक करें, नशे से होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दें और विशेष रूप से युवाओं के बीच इस अभियान को मजबूत करने को कहा। बैठक में पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा, महिला बाल विकास विभाग और समाजसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। श्री अग्रवाल ने कहा कि नशे की रोकथाम के लिए सामुदायिक भागीदारी बहुत जरूरी है। साथ ही, उन्होंने नशा करने वालों के पुनर्वास के लिए भी योजनाएं बनाने पर जोर दिया। उन्होंने स्कूलों और महाविद्यालयों में विद्यार्थियों को नशे से होने वाले दुष्प्रभावों से अवगत कराने के लिए विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
कलेक्टर श्री अग्रवाल ने जिले में अवैध नशीली पदार्थों की तस्करी और बिक्री पर कड़ी रोक लगाने के लिए पुलिस और आबकारी विभाग को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नशे की समस्या से निपटने के लिए जिले भर में विशेष अभियान चलाया जाए और अवैध नशीली पदार्थों के व्यापार में शामिल लोगों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएं। संदिग्ध स्थानों पर छापेमारी की जाए, नशीले पदार्थों की आपूर्ति की कड़ियों का पता लगाया जाए और तस्करी करने वालों पर निगरानी रखी जाए। कलेक्टर ने नशामुक्त भारत अभियान के तहत जिले के लोगों को नशा से होने वाली बीमारियों के बारे में जागरूक करने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और समाजसेवी संगठनों को कहा कि वे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाएं, जिसमें नशा से जुड़ी गंभीर बीमारियों के बारे में जानकारी दी जाए। इसके लिए सभी ग्राम पंचायतों में भारत माता वाहिनी के महिलाओं की टीम के साथ रैली निकालकर गांव को नशामुक्त करने के लिए प्रचार-प्रसार करें। इससे अधिक से अधिक लोगों को जोड़े। नशे से लोगों को इन बीमारियों के बारे में जानकारी दें और नशे से दूर रहने के उपाय सुझाएं। जागरूकता के लिए प्रचार-प्रसार कर हेल्पालाईन नम्बर जारी करने के निर्देश दिये। इस दौरान गैर सरकारी संगठन में कार्य करने वाले सदस्यों ने नशामुक्ति के लिए अपने सुझाव भी रखे। बैठक में बताया कि जिला मुख्यालय गरियाबंद में 15 बिस्तरों वाला नशामुक्ति केन्द्र का संचालन किया जा रहा है। जिसमें विशेषज्ञों द्वारा योगा, मेडीटेशन, निशुल्क निवास, भोजन एवं दवाई उपलब्ध कराई जाती है। इस अवसर पर समाज कल्याण के उप संचालक डी.पी ठाकुर, जिला शिक्षा अधिकारी ए.के. सारस्वत, जिला परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास अशोक पाण्डेय, सीएमएचओ डॉ. गर्गी यदु पाल, एनजीओ से मनोज कुमार साहू, रामगुलाम सिन्हा, ढेलुराम निर्मलकर, केशर निर्मलकर, उदय कुमार साहू, उपस्थित थे।