कोंडागाँव (गंगा प्रकाश)– हमारी शिक्षा पद्धति पुस्तकालय को एक बौद्धिक स्थान के रूप में परिकल्पित करती है, जहाँ शिक्षकों, बच्चों और समुदाय को ज्ञान और कल्पना को गहराई से जानने का अवसर मिलता है । किसी भी पुस्तकालय का मुख्य उद्देश्य बच्चों के लिए पढ़ने की सामग्री उपलब्ध कराना और पाठकों को पोषित करना है । पाठकों के लिए समृद्ध संसाधनों से भरे जीवन्त और गतिशील पुस्तकालयों की आवश्यकता को ध्यान मे रखते हुए प्रशासन द्वारा जिला मुख्यालय मे वर्तमान मे एक लाइब्रेरी संचालित है वही नयी लाइब्रेरी का निर्माणकार्य भी जारी है । किंतु निवर्तमान डीएनके कॉलोनी स्थित लाइब्रेरी मे पीने के स्वच्छ पानी का इंतज़ाम न होना, चेयर की कमी , डिजिटल एक्सेस, इंटरनेट और वाईफ़ाई न होने जैसी कुछ मूलभूत समस्याओं से दो चार हो रहे शिक्षार्थियों द्वारा तक़रीबन दो माह पूर्व जिला कलेक्टर से मिलकर एक ज्ञापन सौपा था, जिस पर जिला सीईओ द्वारा तत्काल व्यवस्था दुरुस्त करने का आश्वासन दिया गया था । किंतु आज पर्यंत समस्या का निराकरण नही हो सका है । ज्ञापन के माध्यम से टेबल चेयर, स्वच्छ पेयजल, वेंटीलेटर व पंखे की माँग की गई थी । नियमित पाठक रौनक कुमार दीवान ने मीडिया को दिये वक्तव्य मे बताया कि वे एक व्यवसायी है जिस वजह से अपने व्यवसाय के काम काज के इतर ज्ञान हासिल करने व पठन पाठन की जिज्ञासा पूरी करने अनुकूल समय नही मिल पाता जिस वजह से जिला सीईओ से ज्ञापन सौपने के दौरान मौखिक रूप से पुस्तकालय की समय सारिणी मे बदलाव कर सुबह आठ बजे की बजाए अल सुबह पाँच बजे खोलने का अनुरोध किया है । इसके अलावा एक अन्य पाठक ने नीट, आई आई टी जैसे प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के स्कूल के वक़्त को ध्यान में रखते हुए पुस्तकालय को जल्दी खोलने का आग्रह किया । ज्ञापन सौपने वालों मे रौनक दीवान, नेहा त्रिपाठी, योगेश चिंडा, डॉक्टर दीपक पुजारी, मनोज भोई, दिनेश्वर सूर्यवंशी , जितेंद्र मरकाम, अंजलि मंडावी, नैन्सी सिंह, देवकी नाग, भूपेश साहू, त्रिलोक मरकाम, मृदुल दास व शालिनी मरकाम ने समस्याओं के शीघ्र निराकरण की माँग की है ।
