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गरियाबंद(गंगा प्रकाश):-ब्लैकमेल किसी व्यक्ति या लोगों के बारे में पर्याप्त रूप से सही या गलत जानकारी प्रकट करने या सार्वजनिक करने की धमकी का उपयोग करते हुए ज़बरदस्ती का एक कार्य है, जब तक कि कुछ मांगें पूरी नहीं की जाती हैं। यह अक्सर हानिकारक जानकारी होती है, और इसे आम जनता के बजाय परिवार के सदस्यों या सहयोगियों के सामने प्रकट किया जा सकता है। इन कृत्यों में पीड़ित या पीड़ित के किसी करीबी के खिलाफ शारीरिक, मानसिक या भावनात्मक नुकसान की धमकी देना या आपराधिक मुकदमा चलाना भी शामिल हो सकता है।यह आम तौर पर व्यक्तिगत लाभ के लिए किया जाता है,आमतौर पर स्थिति धन या संपत्ति के लिए की जाती हैं।ब्लैकमेल को जबरन वसूली का एक रूप भी माना जा सकता है।हालांकि दोनों आम तौर पर पर्यायवाची हैं, जबरन वसूली भविष्य में नुकसान की धमकी देकर निजी संपत्ति को हथियाना है।ब्लैकमेल किसी दूसरे को वैध व्यवसाय में संलग्न होने से रोकने के लिए धमकी का उपयोग और अपमानजनक पत्र या पत्र लिखना है या फोन पर धमकी देने हैं।जो शांति भंग करने के लिए उकसाता है,साथ ही एक अवैतनिक रूप से धन एकत्र करने के उद्देश्यों के लिए धमकी का उपयोग करता है।गौरतलब हो कि भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा 384 के अनुसार, ब्लैकमेलिंग को एक गंभीर अपराध माना गया है।ब्लैकमेलिंग को आपराधिक धमकी के बराबर माना जा सकता है। आपराधिक धमकी को भारतीय दंड संहिता की धारा 503 के मूल प्रावधानों के तहत अच्छी तरह से परिभाषित किया गया है।बताना लाजमी होगा कि जिला गरियाबंद से ब्लैकमेल करने का एक गंभीर मामला सामने आया हैं जंहा

 जयपुर मंत्रालय में पदस्थ सीईओ ने  मैनपुर जनपद क्षेत्र की ग्राम पंचायत अड़गड़ी की महिला सचिव से  कहा कि आपकी शिकायत मिली है और रायपुर से ईडी की टीम जांच में जाएगी मामला रफा दफा करना है तो बताओ। इतना ही नही महिला सचिव से फोन पर बात करने के दौरान सरपँच के लिए गंदी गालियो का किया उपयोग भी किया और सचिव की शिकायत के बाद पुलिस ने किया मामला दर्ज कर गंभीरता से जांच में जुट गई हैं।बता दें कि पँचायत के लेखा जोखा अब ऑनलाइन हो गए हैं,इसके अलावा सरपँच सचिव के मोबाइल नम्बर  सार्वजनिक ऑन लाइन हुआ है, जिसका खामियाजा लगातार पँचायत के सरपँच सचिव को भुगतना पड़ रहा है।आये दिन किसी न किसी अधिकारी,नेता के नाम पर इन्हें ब्लेक मेल किया जा रहा है।ब्लेकमेलर फोन पे पर पैसे भी ले रहे हैं।ऐसा ही ब्लेक मेलिंग करने की कोशिस 2 जनवरी को अड़गड़गड़ी के महिला पँचायत सचिव को किया गया,मोबाइल नम्बर 8707895805 से महिला सचिव कुमारी अनिल नेताम के नम्बर पर फोन आया,फोन करने वाले ने शिकायत की जांच करने रायपुर से ईडी की टीम भेजने की बात कही,खुद को जयपुर मंत्रालय में पदस्थ सीईओ बताता रहा, जांच से बदनामी होने का धौस दिया कहा की मामला रफा दफा कर लो,नहीं तो फाइल में साइन होते ही कार्यवाही होगी।सचिव ने जब सरपँच से बात कर कोई डिसीजन लेने की बात कही तो,कोल करने वाले ने सरपँच के लिए गंदी गाली बकते हुए उसे 22 महीने के लिए जेल भेजने की बात बोला।सरपँच कृष्ण नेताम के साथ महिला सचिव शोभा थाने पहूच कर मामले की लिखित शिकायत दिया, जिसके बाद शोभा पुलिस ने आईपीसी की दफा 507 के तहत मामला पंजीबद्ध कर मामले की जांच में जुट गई है।

एसडीओपी अनुज गुप्ता ने कहा कि अगर इस तरह कोई कोल कर ब्लैकमेलिंग करता है तो सरपँच सचिव डरे नही, थाने में शिकायत करे, वैधानिक कार्यवाही होगी।

संसदीय सचिव  के बैठक में जाने के नाम पर कर चुके है उगाही

विगत 4 माह से मोबाइल नम्बर 6263840044 से देवभोग जनपद के अलावा जिले के अन्य जनपद में भोलेभाले सरपँचो के नम्बर पर कॉल आता है।अपने आप को फोन करने वाला एक चैनल का ब्यूरोचीफ बताता है,फिर पँचायत विभाग के संसदीय सचिव सेवन लाल चन्द्राकर के नाम का जिक्र कर कभी उनके कार्यक्रम में तो कभी उनके साथ बैठक में जाने के नाम पर अपने नम्बर पर 2 हजार रुपये फोन पे करवाता है।रकम छोटी होती है और संसदीय सचिव का नाम आता है,इसलिए सरपँच भी पैसे दे देते है।जो विरोध करते है उन्हें जांच करवा कर देख लेने की धमकी दी जाती है।हालांकि इस मामले में अब तक किसी सरपँच ने शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटाया है,पर ऐसे कोल से सरकार की छवि धूमिल हुई है।

सरपँच पति के मोबाइल पर आया कॉल

ऐसे ही एक कॉल देवभोग जनपद के एक सरपँच पति के मोबाइल पर लगातार आ रहा था,उस कॉल को हमने अटेंड कर बात किया तो कॉलर के करतूत का खुलासा हुआ था।आपको बता दे कि जनपद के रिकार्ड में महिला सरपँच के जगह सुरक्षा कारणों से पतियों ने अपना मोबाइल नम्बर दिया हुआ है।फ्रॉड कॉल पतियों के नम्बर पर आते हैं।

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