अचानक पहुंचे कलेक्टर से मिलकर ग्रामीण हुए गदगद

राजा पड़ाव क्षेत्र में बड़ी चर्चा की विषय बनी है
मैनपुर (गंगा प्रकाश)। आदिवासी विकास खंड की संवेदनशील इलाका कहे जाने वाले राजा पड़ाव क्षेत्र की ग्राम पंचायत भूतबेड़ा एवं कोचेंगा पंचायत में अचानक दस्तक दिए कलेक्टर ग्रामीणों के बीच रूबरू हुए और ग्रामीणों को आश्वासन दिए कि कोई भी समस्या होगा तो तत्कालीन निराकरण किया जाएगा वहीं ग्राम पंचायत कोचेंगा के सरपंच कृष्णा बाई मरकाम एवं सरपंच प्रतिनिधि दीनाचंद मरकाम ने ग्राम पंचायत की समस्याओं को अवगत कराया ग्राम पंचायत की भवन ही सबसे पुरानी भवन जर्जर हो गई है साथ ही साथ स्कूलों की समस्या को अवगत कराते हुए कहा कि एक शिक्षक के भरोसे 70 बच्चे पढ़ते हैं। ऐसे में शिक्षा कहां से मिल पाएगी जबकि 50 हजार रुपए प्रति महीना वेतन लेते हैं और सही तरीका से स्कूलों में बच्चों को शिक्षा नहीं दी जाती है और अपने खुद के बच्चे को प्राइवेट स्कूल में पढ़ाते हैं ऐसा ही हाल सुदूर वनांचल क्षेत्र में देखने को मिल रहा है इस बात को जिलाधीश को सरपंच प्रतिनिधि दिनाचंद मरकाम ने अवगत कराएं हैं जिसमें आश्वासन दिए हैं कि जल्द ही समस्याओं के निराकरण किया जाएगा वहीं ग्राम पंचायत भूतबेडा में पहुंचकर के बरगद के पास ग्रामीणों के साथ खड़े होकर आम नागरिक की तरह ग्रामीणों के साथ कलेक्टर प्रभात मलिक जी ने बातचीत किए और ग्राम पंचायत की जानकारी ली ग्राम पंचायत में प्रमुख कार्य गौठान एवं स्कूल शुद्ध पेयजल इस संबंध में चर्चा किया गया पंचायत प्रतिनिधियों एवं पंचायत सचिवों को निर्देश दिया गया कि जल्द ही अधूरे कार्य को पूरा किया जाए ताकि विकास की गति और तीव्र ही बढ़ सके आजादी के बाद कोई कलेक्टर पहुंचा है तो प्रभात मलिक है इस क्षेत्र में अनेकों वर्षों तक याद किए जाएंगे क्योंकि जब से गरियाबंद जिला गठन हुआ था तब से इस क्षेत्र में कोई कलेक्टर नहीं पहुंचे थे लेकिन जिलाधीश प्रभात मलिक ने अचानक कार्यक्रम तैयार कर भूतबेड़ा पहुंच गए और लोगों के बीच में रूबरू हुए ऐसे ही पहले के जिला देशों के द्वारा इस क्षेत्र में आकर के यहां की आदिवासियों की समस्याओं से रूबरू होते तो जल्द ही यहां की विकास हो जाती इस क्षेत्र के लोगों को बार-बार धरना आंदोलन वन अधिकार पट्टा बिजली-सड़क-पानी की मांग करना नहीं पड़ता लेकिन मजबूर वश 130 सी देवभोग रायपुर के बीच में चक्का जाम करने के लिए आदिवासी पहुंचते थे ऐसे ही स्थिति को देखते हुए जिलाधीश ने स्वयं ही संवेदनशील इलाका में पहुंच गए। वहीं एस पी जेआर ठाकुर ने सुरक्षा के मद्देनजर को देखते हुए स्वयं ही बंदूक लेकर खड़े रहे और एसडीओपी साहब ने भी बंदूक को लेकर की सुरक्षा में पूरी तरह तैनात रहे। मैनपुर विकासखंड की इस क्षेत्र में अचानक आने की खबर ना तो एसडीएम मैनपुर को थी ना ही मुख्य कार्यपालन अधिकारी अनुपम टोप्पो को थे अचानक मैनपुर पहुंचकर तत्काल ही संवेदनशील इलाका भूत बेड़ा ग्राम पंचायत एवं कोचेंगा भाटा पानी क्षेत्र के लिए निकल पड़े और वहां ग्रामीणों के बीच भूतबेड़ा में कम से कम 2 घंटा तक ग्रामीणों के बीच समस्याएं सुनी। क्षेत्र की कोई भी जनप्रतिनिधियों को भी भनक नहीं लगी प्रथम जिलाधीश है जो इस तरह की इस संवेदनशील क्षेत्र में दस्तक दे गए।