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अरविन्द तिवारी

अहमदाबाद (गंगा प्रकाश) – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने गुजरात दौरे के दूसरे दिन आज गांधीनगर से अहमदाबाद तक वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। फिर उन्होंने अहमदाबाद मेट्रो परियोजना का उद्घाटन किया और मेट्रो के जरिये यात्रा की। इस दौरान पीएम ने बच्चों, महिलाओं से बातचीत की। इसके बाद पीएम ने वंदे भारत सेमी हाई स्पीड ट्रेन का लोकार्पण किया। इस मौके पर जनसभा को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा कि अर्बन कनेक्टिविटी के लिये आज बहुत बड़ा दिन है। जो लोग हवाईजहाज से यात्रा करते हैं उन्हें वंदे भारत ट्रेन पसंद आयेगी। उन्होंने कहा कि शहरों के इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश किया जा रहा है। केंद्र में हमारी सरकार बनने के बाद हमने लंबित कार्यों को क्रियान्वित किया। उन्होंने कहा कि आज का भारत स्पीड को – गति को जरूरी मानता है, तेज विकास की गारंटी मानता है। एक समय था जब इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर घोषणायें सिर्फ चुनावी नफे-नुकसान को ध्यान में रखकर के होती थी। हमें युवाओं में संवेदना जगानी होंगी ताकि वो देश की प्रॉपर्टी को नुकसान ना पहुंचायें। पीएम ने कहा 180 कलोमीटर की रफ्तार से चलने वाली वंदे भारत ट्रेनें देश की दिशा और दशा दोनों बदलेंगे ये मेरा विश्वास है। अगले साल हम 75 वंदे भारत ट्रेनों चलाने के लक्ष्य पर तेजी से काम कर रहे हैं। जब आप मेरे देश की नई पीढ़ी को यह तुम्हारा है, ये तुम्हारे भविष्य के लिये है, जब उसे यह अहसास होगा तो वह किसी आंदोलन में, किसी प्रॉपर्टी पर हाथ लगाने की कोशिश नहीं करेगा। उसको उतना ही दर्द होगा जितना अपनी प्रॉपर्टी के नुकसान पर होता है। इस दौरान राज्य के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव और रेलवे राज्यमंत्री दर्शना जरदोष भी उपस्थित थे। इसके बाद शाम देर शाम पीएम मोदी अंबाजी में 7200 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किये। फिर अंबाजी मंदिर में दर्शन और पूजा कर वे गब्बर तीर्थ में महाआरती में शामिल हुये।

                   गौरतलब है कि देश की तीसरी स्वेदश निर्मित हाई स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस में कुल 1,128 यात्रियों के बैठने की क्षमता है। बताते चलें पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन 15 फरवरी, 2019 को नई दिल्ली-वाराणसी मार्ग पर चली थी। वहीं दूसरी ट्रेन नई दिल्ली से श्री वैष्णो देवी माता कटरा रूट पर चलाई गई थी। तीसरी वंदे भारत ट्रेन पहले की वंदे भारत ट्रेनों से अलग होगी। इस नई ट्रेन में यात्री सुविधाओं को देखते हुये कई तरह के परिवर्तन किये गये हैं। नई ट्रेन में कोविड को लेकर भी खास इंतजाम किये गये हैं। यह ट्रेन शून्य से 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति मात्र 52 सेकंड में प्राप्त कर लेती है। इस ट्रेन में यात्रियों की सुविधाओं के लिये स्लाइडिंग फुटस्टेप्स के साथ-साथ टच फ्री स्लाइडिंग डोर के साथ स्वचालित प्लग दरवाजे भी लगे हुये हैं। एसी की मॉनिटरिंग के लिए कोच कंट्रोल मैनेजमेंट सिस्टम, और कंट्रोल सेन्टर व मेन्टेनेन्स स्टाफ के साथ कम्युनिकेशन एवं फीडबैक के लिये जीएसएम /जीपीआरएस जैसी आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें दिव्यांग यात्रियों के लिये विशेष शौचालय, और सामान्य यात्रियों के लिये टच-फ्री एमिनिटीस वाले बायो वैक्यूम टॉयलेट्स की व्यवस्था की गई है। इसी प्रकार दृष्टिबाधित यात्रियों की सुविधा के लिये सीटों में ब्रेल लिपि के साथ सीट संख्या उकेरी गई है ताकि ऐसे यात्री अपनी सीटों तक आसानी से पहुंच सकें। इतना ही नहीं, आधुनिक तकनीक की बात करें तो इस ट्रेन में बेहतर ट्रेन नियंत्रण प्रबंधन के लिये लेवल -2 सेफ्टी इंटीग्रेशन सर्टिफिकेशन, कोच के बाहर रियर व्यू कैमरों सहित चार प्लेटफार्म साइड कैमरे सभी कोचों में एस्पिरेशन आधारित फायर डिटेक्शन एंड सप्रेशन सिस्टम और इलेक्ट्रिकल क्यूबिकल्स और शौचालयों में एरोसोल आधारित फायर डिटेक्शन एंड सप्रेस सिस्टम जैसे बेहतर अग्निशमन सुरक्षा उपाय किये गये हैं।

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