कांग्रेस किसानों को भ्रमित करने में लगी है – मनीष हरित

 

फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। विकासखंड के 24 उपार्जन केन्द्रों में पंजीकृत किसानों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान उपार्जन किया जा रहा है। किसानों को उपार्जन केन्द्र में टोकन प्राप्त करने से उपार्जन केन्द्र में धान विक्रय तक हर सम्भव सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। किसानों को धान सरकार ने समर्थन मूल्य पर 14 नवंबर से खरीदना प्रारंभ कर चुकी है। किसानों के उपार्जित धान के सही तौल के लिए इलेक्ट्रानिक कांटा की व्यवस्था के साथ ऐसी सभी सुविधा प्रदेश सरकार उपलब्ध करा रही है तो कांग्रेस के पेट में दर्द हो रहा है। जिला किसान मोर्चा के अध्यक्ष मनीश हरित ने आगे कहा कि कांग्रेस के पूर्व विधायक एवं मंत्री धनेन्द्र साहू के आरोप बेबुनियादी है। कांग्रेस शासन काल के दौरान की धान खरीदी की स्थिति व व्यवस्था प्रदेश की जनता देख चुकी है। कांग्रेस के कर्जा माफ के घोशणा के बाद भी किसानों ने कांग्रेस को नकार दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक के द्वारा किसानों को भ्रमित किया जा रहा है। प्रदेश सरकार किसानों से 15-17 क्विंटल नहीं बल्कि 21 क्विंटल प्रति एकड़ 3100 रू. पर खरीदी कर रही है। प्रदेश में धान खरीदी कार्य सुचारू रूप से नियमानुसार अधिकारी कर रहे है। श्री हरित ने कहा कि भाजपा किसानों के उपज के वाजिब मूल्य प्रदान करने के लिए हमेशा तत्पर रही है। जिसके परिणाम स्वरूप प्रति एकड़ धान खरीदी 3100 रू. में की जा रही है। कांग्रेस शासन काल में किसानों को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई सभी क्षेत्रों में हाहाकार मचा हुआ था। भाजपा ने किसानों के हितों को ध्यान रखकर योजना को किसानों तक पहुंचा रही है। भाजपा अपने घोशणा पत्र में जुड़ी हर एक वादा को पूरा कर रही है, हर वादे पूरे होते देख पूर्व विधायक को तकलीफ होने लगी है यदि पूर्व विधायक को किसानों की चिन्ता होती तो किसान आज पिछड़े नहीं रहते। दस सालों तक पूर्व विधायक को किसानों की चिंता नहीं दिखी। प्रदेश की भाजपा सरकार के कल्याणकारी योजनाओं आज किसानों के पास पहुंचने लगी है। श्री हरित ने कहा कि भाजपा सरकार ने वनाधिकार पट्टा से लेकर किसान के हक के लिए किसानों के साथ हमेशा खड़ी रही है और आगे भी किसानों के साथ है। जिसका परिणाम है कि जिले में इस वर्श 55 हजार 298 किसानों के द्वारा धान विक्रय हेतु पंजीयन कराया गया है, जिसमें गतवर्श की तुलना में 3 हजार 266 नवीन कृशकों के द्वारा पंजीयन कराया गया है। कृशकों के कुल धान का रकबा 76383.67 हेक्टर पर उपार्जित धान की खरीदी की जा रही है।

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