राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर में वेदांतिक शिक्षा और सामाजिक जागरूकता पर विचार-विमर्श

छुरा (गंगा प्रकाश)। शासकीय कचना धुरवा महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई द्वारा चुरकीदादर में आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के चौथे दिन वेदांतिक शिक्षा और सामाजिक-पर्यावरणीय विषयों पर केंद्रित सत्रों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वेदांत छात्र संघ, छत्तीसगढ़ ने विशेष अतिथि के रूप में भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ कबीर साहेब के भजनों से हुआ, जिसने आध्यात्मिकता और सामाजिक चेतना का सुंदर समन्वय प्रस्तुत किया। सत्र में कई विषय विशेषज्ञों ने समसामयिक मुद्दों पर विचार साझा किए। कुशल मोहता ने जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों पर चर्चा करते हुए पौधारोपण, जनसंख्या नियंत्रण और वाहनों के सीमित उपयोग जैसे समाधानों पर बल दिया। अंजली तिवारी ने सोशल मीडिया के युवाओं पर प्रभाव और इसके विवेकपूर्ण उपयोग के महत्व को रेखांकित किया। लक्की देवांगन ने डिजिटल साक्षरता और साइबर सुरक्षा के उपायों पर प्रकाश डाला। सरस्वती धनकर ने महिला सशक्तिकरण और कानून व्यवस्था में सुधार के लिए विभिन्न उपाय सुझाए। सहायक प्राध्यापक चित्रकिरण पटेल ने आत्मविकास, मानसिक स्थिरता और जीवन के उद्देश्य पर प्रेरणादायक व्याख्यान दिया। महेश कोडवानी ने पशु बाजारीकरण और मांस विक्रय के नैतिक और सामाजिक पहलुओं पर अपनी राय साझा की। लोचन यदु ने यौन शिक्षा की आवश्यकता और इसके प्रति जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया।
गिरिराज साहू और सुनील बिसवाल ने वेदांतिक शिक्षा के माध्यम से व्यक्तित्व विकास और आत्म-विकास के महत्व पर विचार प्रस्तुत किए। वक्ताओं ने बताया कि वे आचार्य प्रशांत से प्राप्त वेदांतिक शिक्षा के बाद स्वप्रेरित होकर इसे निःशुल्क जन-जन तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। यह शिक्षा आत्म-जागरूकता को बढ़ाने के साथ-साथ पर्यावरण को बेहतर ढंग से समझने में सहायक सिद्ध हो रही है।
कार्यक्रम में डॉ. विनित कुमार साहू, सुश्री रागनी ठाकुर, सुश्री रीना वर्मा, बीरेंद्र नाग, सुभाष चक्रधारी सहित ग्राम के वरिष्ठ नागरिक और रासेयो स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
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