पहली बार नगर पंचायत चुनाव में नई शुरुआत की उम्मीद
गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। नगर पंचायत कोपरा में पहली बार होने जा रहे नगरीय निकाय चुनाव से जनता में उत्साह और राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। ग्रामीण पंचायत से नगर पंचायत बनने के बाद भी कोपरा की छवि में व्यापक सुधार नहीं हुआ है। बीते पंचवर्षीय कार्यकाल में विकास कार्यों की धीमी गति और विवादों ने नगर की साख को प्रभावित किया है। अब जब कोपरा के मतदाता पहली बार नगर पंचायत अध्यक्ष और पार्षदों का चुनाव करेंगे, तो यह चुनाव जनता के लिए एक नई शुरुआत का अवसर है।
मतदाताओं की बड़ी जिम्मेदारी
कोपरा के मतदाता इस बार सोच-समझकर ऐसा नेतृत्व चुनना चाहते हैं, जो नगर के विकास की दिशा में ठोस कदम उठा सके। बीते कार्यकाल की खामियों से सबक लेते हुए जनता ने उम्मीद जताई है कि इस बार बेहतर नेतृत्व को चुना जाएगा, जो कोपरा को विकास की नई ऊंचाई तक ले जाए।
बीजेपी और कांग्रेस की तैयारियां
भाजपा खेमे में सक्रियता:
सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने चुनावी तैयारी शुरू कर दी है। राजिम और जिला मुख्यालय में बैठकें हो चुकी हैं, जिसमें संभावित उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा हुई। पुरुष आरक्षण आने की स्थिति में नोगेश्वर साहू, रूप नारायण साहू, कमलेश साहू, दशरथ यादव, षष्ठम साहू और फिरंगी पटेल जैसे नामों पर विचार किया जा रहा है। महिला आरक्षण के मामले में भारती साहू, जो वर्तमान में मनोनीत उपाध्यक्ष हैं, सबसे आगे हैं।
कांग्रेस खेमे में दावेदारों की लंबी सूची:
कांग्रेस के पक्ष में कोपरा की सत्ता का इतिहास रहा है। इस बार भी पार्टी के पास मजबूत दावेदार हैं। ठाकुर ओंकार सिंह, ठाकुर राम साहू, योगेश साहू और वरिष्ठ पत्रकार गोरेलाल सिन्हा जैसे नाम प्रमुख हैं। गोरेलाल सिन्हा की लोकप्रियता और सामाजिक जुड़ाव उन्हें कांग्रेस खेमे में सबसे आगे रखते हैं। इसके अलावा पूर्व उप सरपंच राजेश यादव नंदकुमार साहू महिला आरक्षण आने की स्थिति में मालती साहू, योगेश्वरी साहू और चितेश्वरी साहू प्रमुख दावेदार मानी जा रही हैं।
जनता की उम्मीदें और चुनौतियां
पिछले कार्यकाल में नगर पंचायत प्रशासन की निष्क्रियता ने जनता को निराश किया। विकास कार्यों में कमी और जनहित के मुद्दों पर ध्यान न दिए जाने से नगर की स्थिति जस की तस बनी रही। जनता का विश्वास बहाल करने और कोपरा को विकास के पथ पर ले जाने के लिए इस बार जनता एक कुशल, ईमानदार और दूरदर्शी नेतृत्व चुनने के लिए संकल्पित है।
चुनाव का प्रभाव
इस बार का चुनाव न केवल नगर पंचायत कोपरा के भविष्य की दिशा तय करेगा, बल्कि यह भी दर्शाएगा कि जनता किस हद तक बीते कार्यकाल की खामियों को सुधारने के लिए तैयार है। चाहे भाजपा हो या कांग्रेस, हर पार्टी कोपरा की जनता का विश्वास जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है।
आगामी चुनाव केवल एक राजनीतिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि कोपरा की छवि बदलने का अवसर भी है। जनता की सूझबूझ और मतदान का सही निर्णय कोपरा के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखेगा।