Bitcoin Crash : दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) इस वक्त भयंकर उतार-चढ़ाव के दौर से गुज़र रही है। जिस तेज़ी से इसने साल की शुरुआत में निवेशकों को मालामाल किया था, उससे कहीं ज़्यादा तेज़ गति से इसने अब उन्हें निराश किया है। महज़ 40 दिनों में, अक्टूबर के रिकॉर्ड हाई से बिटकॉइन की कीमत लगभग $37,000 यानी 29% से अधिक गिर चुकी है, और यह $90,000 के नीचे कारोबार कर रही है। यह गिरावट सात महीने से भी ज़्यादा के सबसे निचले स्तर पर है।

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सवाल यह है कि क्या यह सिर्फ एक अस्थायी “करेक्शन” (सुधार) है, या क्या यह क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में एक नए और लंबे “क्रिप्टो विंटर” (Crypto Winter) की शुरुआत है?

गिरावट की बड़ी वजहें: क्यों टूटा बिटकॉइन?

 बिटकॉइन की इस भारी गिरावट के पीछे कई वैश्विक और आंतरिक कारण ज़िम्मेदार हैं:

  • फेडरल रिज़र्व की ब्याज दरें और डॉलर इंडेक्स:

    • बाज़ार में यह अनिश्चितता है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक, फेडरल रिज़र्व, दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती करेगा या नहीं। कटौती की संभावना कम होने से डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) मज़बूत हुआ है।

    • डॉलर की मजबूती और ऊंची ब्याज दरों की संभावना से निवेशकों का रुझान जोखिम भरी संपत्ति (Riskier Assets), जैसे कि बिटकॉइन, से हटकर सुरक्षित निवेशों की ओर जाता है, जिससे बिकवाली बढ़ती है।

  • बड़े निवेशकों की बिकवाली (Whale Selling):

    • लंबी रैली के दौरान बड़े संस्थानों और ‘वेल्स’ (Whales – बड़े निवेशक) द्वारा खरीदे गए बिटकॉइन की भारी बिकवाली ने मार्केट में डर (Panic Selling) पैदा कर दिया है। यह बिकवाली बाज़ार में अस्थिरता को और बढ़ा रही है।

  • वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता:

    • भू-राजनीतिक तनाव और महंगाई के बढ़ते आंकड़े वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए खतरा बने हुए हैं। अमेरिकी सरकार के शटडाउन जैसी ख़बरों ने भी लिक्विडिटी फ्लो और निवेशकों के भरोसे को कमज़ोर किया है।

  • नैस्डैक से संबंध (Correlation with Nasdaq):

    • बिटकॉइन की कीमतें अक्सर अमेरिकी टेक शेयरों और नैस्डैक (Nasdaq) के उतार-चढ़ाव से जुड़ी होती हैं। यदि नैस्डैक में गिरावट आती है, तो इसका सीधा असर बिटकॉइन पर भी पड़ता है।

  • टेक्निकल सपोर्ट का टूटना:

    • बिटकॉइन का $90,250 का महत्वपूर्ण सपोर्ट स्तर टूटने से पैनिक सेलिंग शुरू हो गई है। यह स्तर अप्रैल के बाद पहली बार टूटा है, जिससे कई छोटे निवेशकों ने नुकसान से बचने के लिए तेज़ी से अपनी होल्डिंग्स बेच दी हैं।

आगे क्या? क्या और गिरेगा बिटकॉइन?

जानकारों की राय इस समय बंटी हुई है:

  • गिरावट का अनुमान:  यदि बाज़ार का मौजूदा नकारात्मक सेंटिमेंट (Sentiment) बना रहता है, तो बिटकॉइन की कीमतें और भी नीचे जा सकती हैं। कुछ का अनुमान है कि यह $80,000 के स्तर से नीचे भी जा सकती हैं। यदि नैस्डैक में बड़ी गिरावट आती है, तो कुछ विश्लेषक बिटकॉइन को $65,000 तक गिरने की चेतावनी भी दे रहे हैं।

  • रिकवरी और लंबी अवधि का भरोसा: वहीं, कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह गिरावट केवल एक शॉर्ट-टर्म करेक्शन है। उनका मानना है कि क्रिप्टो इंडस्ट्री की नींव लंबी अवधि में मज़बूत है। CoinCodex के अनुसार, बिटकॉइन 2026 तक $1,36,000 तक पहुँच सकता है, जो मौजूदा स्तर से करीब 34% की बढ़त होगी।

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