प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना अंतर्गत फर्जी कॉल व मैसेज से रहे सावधान


व्यक्तिगत अनिवार्य दस्तावेजों की जानकारी किसी को भी न दें


गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना एक महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना के माध्यम से काम करने वाली महिलाओं की मजदूरी के नुकसान की भरपाई करने के लिए मुआवजा देना और उनके उचित आराम और पोषण को सुनिश्चित करना है। हितग्राही गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के स्वास्थ्य में सुधार और नकदी प्रोत्साहन के माध्यम से अधीन-पोषण के प्रभाव को कम करना। प्रथम गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को पहले जीवित बच्चे के जन्म के दौरान 5000 रूपये की राशि तथा दूसरा बच्चा बालिका जन्म लेती है तो 6000 रूपये की राशि किश्तों मे डीबीटी के माध्यम से बैंक खाते में सीधे भेजी जाती है। इसके तहत गर्भवती महिलाओं को सीधे उनके बैंक खाते में नकद लाभ प्रदान किया जाता है ताकि बढ़ी हुई पोषण संबंधी ज़रूरतों को पूरा किया जा सके।
महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी श्री अशोक पाण्डेय ने बताया कि हितग्राहियों के पास कुछ माह से विभिन्न स्थानों से शिकायत प्राप्त हो रही है कि उन्हें अनजान अलग-अलग नंबरो से फोन आता है। फिर वे जन्म लिये गये बच्चे व उनकी माता का नाम बताकर प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना अंतर्गत किस्तों प्राप्त राशि की जानकारी लेते है। यदि किसी हितग्राहियों के द्वारा राशि अप्राप्त हुआ है, यह जानकारी बताये जाने पर संबंधित फर्जी काल धारक द्वारा पेटीएम, गूगल-पे, फोन-पे की जानकारी देने की मांग करते है और उसके माध्यम से किस्तों की राशि को हस्तांतरण करने की बात कही जाती है। यह अलग-अलग नंबरों से जानकारी प्राप्त करते हैं।
श्री पाण्डेय ने बताया कि प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना भारत सरकार की योजना है। इसमें किसी भी हितग्राहियों को फोन कर जानकारी नहीं मांगी जाती है और न ही पेटीएम, गूगल-पे, फोन-पे पर राशि हस्तांतरण की जाती है। भारत सरकार द्वारा सीधे हितग्राहियों के खाते में राशि का हस्तांतरण किया जाता है। उन्होंने जिले के समस्त नागरिकों से अपील की है कि यदि इस योजना के संबंध में कोई जानकारी व आपके व्यक्तिगत दस्तावेज बैंक खाता व अन्य जानकारी की मांग करते है तो कृपया इसकी सूचना तत्काल नजदीकी पुलिस थानों में दें।

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