रहें सावधान कहीं  आप भी न हो जाएं हनी ट्रैप के शिकार?

ग्वालियर(गंगा प्रकाश):- मध्यप्रदेश में एक बार फिर हनीट्रैप का मामला सामने आया है। इस बार हुस्न के जाल में एक बड़ा अफसर फंसा है। खूबसूरती के जाल में फंसाकर शातिर हसीना ने अफसर से 10 लाख रुपए भी ऐंठ लिए हैं और अब उसके खिलाफ एक नाबालिग से पुलिस में रेप की शिकायत दर्ज कराई है। वहीं मामला दर्ज होने के बाद SDO अधिकारी ने युवती पर हनीट्रैप का आरोप लगाया है उन्होंने बताया है कि होटल में बुलाकर ब्लैकमेल कर 10 लाख रुपए हड़प लिए है। SDO की शिकायत पर युवती पर भी मामला दर्ज हो गया है।बता दें कि मध्यप्रदेश में सिंचाई विभाग का एक अफसर हनीट्रैप का शिकार हो गया। तीन लोगों ने उसे रेप केस में फंसाने का डर दिखाकर 10 लाख रुपए ले लिए। एक नाबालिग ने अधिकारी पर रेप का केस भी दर्ज करा दिया है। हालांकि अधिकारी की ओर से भी हनीट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल का मामला दर्ज कराया है।गौरतलब हो की उक्त मामला की ग्वालियर का है। जहां श्योपुर में सिंचाई विभाग में पदस्थ SDO श्रीधर लाल अटेरिया (60) मंगलवार रात ग्वालियर के पड़ाव थाने पहुंचे। उन्होंने पुलिस को शिकायत दर्ज कराई कि करीब तीन महीने पहले उन्हें अनजान नंबर से फोन कॉल आया। कॉलर कोई महिला थी। उसने अपना नाम सुमन वर्मा बताया। थोड़ी देर बात करने के बाद फोन कट हो गया।इसके बाद उन्हें लगातार सुमन के फोन आने लगे। दोनों के बीच दोस्ती हो गई। पहले साधारण बातें होती रहीं। धीरे-धीरे अश्लील बातचीत होने लगी। वॉट्सऐप पर वीडियो कॉल में भी अश्लील हरकतें की गईं। इसी दौरान महिला ने अटेरिया के वीडियो और फोटो बना लिए। कुछ दिन बाद वह इनका हवाला देकर अटेरिया को ब्लैकमेल करने लगी।

होटल में बुलाकर 10 लाख रुपए लिए

SDO श्रीधर लाल अटेरिया ने पुलिस को बताया कि 6 जुलाई को महिला ने उन्हें कॉल कर रुपए मांगे। रकम ग्वालियर आकर देने के लिए कहा। SDO ग्वालियर पहुंचकर पड़ाव थाना क्षेत्र के होटल रॉयल विलास में ठहरे। सुमन अपने साथ अभिदेव नाम के युवक और एक नाबालिग लड़की को लेकर आई। यहां उसने 10 लाख रुपए मांगे।

अटेरिया ने पांच लाख रुपए दे दिए, लेकिन वे लोग 10 लाख पर अड़े रहे। रुपए नहीं देने पर रेप का केस दर्ज कराने की धमकी दी। इस पर एसडीओ ने चार लाख रुपए और मंगवा कर दिए। सुमन ने लिखकर भी दिया कि वह उनके खिलाफ मामला दर्ज नहीं कराएगी। इसके बाद अटेरिया श्योपुर लौट आए।

पड़ाव थाने में एसडीओ ने ब्लैकमेलिंग का केस दर्ज कराया है। इसी थाने में ही नाबालिग लड़की ने अफसर पर दुष्कर्म का केस करा दिया।

फिर मांगे रुपए तो SDO ने पुलिस को की शिकायत

दूसरे दिन सुमन वर्मा ने फिर कॉल किया और रुपयों की मांग की। अधिकारी समझ गए कि ये लोग लगातार ब्लैकमेल करते रहेंगे। इसके बाद वे पड़ाव थाना पहुंचे। यहां फोटो, वीडियो, चैटिंग भी पुलिस को सौंपी। शिकायत पर पुलिस ने रात करीब 12 बजे सुमन, अभिदेव और नाबालिग लड़की के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।

दो घंटे बाद थाने पहुंच गई नाबालिग

इसके दो घंटे बाद राजस्थान के हनुमान गढ़ की रहने वाली 17 साल की लड़की रात 2 बजे पड़ाव थाने पहुंची। यहां उसने SDO श्रीधर लाल अटेरिया के खिलाफ नौकरी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया। लड़की ने पुलिस को बताया कि उसकी मामी और SDO अटेरिया एक-दूसरे को जानते थे। एसडीओ ने कहा था कि 20 हजार रुपए में वह नाबालिग की नौकरी लगवा देगा।नाबालिग ने कहा कि उसे नौकरी की जरूरत थी। बात करने पर एसडीओ ने 6 जुलाई को होटल रॉयल विलास में मिलने बुलाया। रूम नंबर 102 में नाबालिग, उसकी मामी और मामा ठहरे थे, जबकि रूम नंबर 104 में SDO रुके। रात 11.30 बजे जब मामा-मामी खाना लेने गए थे, तो SDO ने लड़की को अपने कमरे में बुलाया। यहां धमकाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। बदनाम करने की धमकी देकर चुप करा दिया।

दोनों मामलों की जांच में जुटी पुलिस

नाबालिग लड़की की शिकायत पर पुलिस ने बुधवार सुबह SDO अटेरिया के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया।पड़ाव थाने के टीआई प्रशांत सिंह यादव ने बताया कि दोनों पक्षों की शिकायत पर FIR दर्ज कर ली गई है। दोनों मामलों की अलग-अलग जांच की जा रही है। जो तथ्य आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

रहें सावधान कहीं  आप भी न हो जाएं हनी ट्रैप के शिकार?

सोशल मीडिया में फर्जी प्रोफाइल और उस पर किसी खूबसूरत लड़की का चेहरा हनी ट्रैप का मुख्य हथियार होता है। इस जाल में शिकार फंसता तो अपनी मर्जी से है लेकिन इससे बाहर निकलना उसके वश में नहीं रहता। सामने वाला उसे जब तक चाहता है प्रयोग करता है। हनी ट्रैप अभी तक जो भी मामले सामने आए हैं, उनमें सोशल मीडिया के माध्यम से ही शिकार के हैं। खूबसूरत चेहरे वाली कोई लड़की सामने वाले को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती है। एक बार इस रिक्वेस्ट को स्वीकार करते ही आपसे जुड़ी अधिकांश जानकारी हनी ट्रैप करने वाले पर पहुंच जाती है। इसके बाद चैटिंग का सिलसिला शुरू हो जाता है। कुछ सप्ताह या महीने तक सामान्य बातचीत होती रहती है।इस दौरान संबंधित के बारे में काफी जानकारी जुटा ली जाती है। इसके बाद विश्वास जीतने के लिए ईमेल और मोबाइल नंबर का आदान-प्रदान करते हैं। इस जाल को फेंकने के बाद शिकार पूरी तरह वश में आ जाता है। खूबसूरत चेहरे की कशिश और लच्छेदार बातों से हनी ट्रैप में फंसा व्यक्ति अपने सारे राज उगल देता है। कई बार ऐसा होता है कि फर्जी प्रोफाइल बनाकर पुरुष ही महिला बनकर बात करते हैं। यदि उनके हाथों शिकार की आपत्तिजनक तस्वीर या कोई जानकारी लग जाती है तो उसे ब्लैकमेल करने लगते हें। जाल में फंसे व्यक्ति को वास्तविकता का पता चलता है तब तक काफी देर हो चुकी होती है।

विदेशी लड़कियों के चेहरे का भी प्रयोग

हनी ट्रैप करने वाले वर्चुअल वल्र्ड के शातिर अपनी प्रोफाइल पर विदेशी लड़कियों के फोटो लगाते हैं। इसके पीछे उनकी सोची समझी साजिश होती है। क्योंकि किसी भारतीय युवती या अभिनेत्री एवं मॉडल का फोटो लगाने पर सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले लोग उसे तत्काल पहचान जाते हैं। जबकि विदेशी मॉडल या युवती को नहीं पहचानते हैं। इसलिए आसानी हनी ट्रैप के शिकार होकर जाल में फंस जाते हैं। युवतियां अपने को अमेरिकन या यूरोपीय देश का बताती हैं।

अन्य विभागों के लोग भी निशाने पर

हनी ट्रैप का प्रयोग दुश्मन देश सेना से जुड़े लोगों से अहम जानकारी हासिल करने के लिए करते थे। मगर, अब अन्य अहम विभागों से जुड़े लोगों को भी हनी ट्रैप का प्रयोग किया जाने लगा है। इससे कि सामने वाले को ब्लैकमेल करके महत्वपूर्ण जानकारी या रकम हासिल की जा सके।

महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात लोगों को किया जा रहा जागरुक

हनी ट्रैप के मामलों को बढ़ता देखकर अब महत्वपूर्ण स्थलों एवं एतिहासिक स्मारकों पर तैनात जवानों को भी इससे बचने के लिए जागरुक किया जा रहा है। पिछले दिनों ही ताज पर तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों को भी साइबर अपराधियों और हनी टै्रप जैसी घटनाओं का शिकार होने से बचाने के लिए पुलिस ने कार्यशाला आयोजित की थी।

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