Walking Backwards Benefits: आजकल फिट रहने के लिए लोग तरह-तरह की एक्सरसाइज करते हैं, जैसे जिम, योगा, रनिंग, वॉकिंग आदि. लेकिन, क्या आपने कभी पीछे की ओर चलने (Backward Walking) के बारे में सुना है? यह एक अनोखी लेकिन बेहद फायदेमंद एक्सरसाइज है, जो आपके शरीर और दिमाग दोनों के लिए वरदान साबित हो सकती है. पीछे चलना सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन वैज्ञानिक रिसर्च और योगिक अभ्यासों में इसके कई लाभ बताए गए हैं. आइए जानते हैं रोजाना 10-15 मिनट पीछे की ओर चलने के 10 अनोखे फायदों के बारे में जानते हैं.
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पीछे की ओर चलने के फायदे (Benefits of Walking Backwards)
1. घुटनों और जोड़ों की मजबूती
पीछे चलने से घुटनों पर कम दबाव पड़ता है और जोड़ों की गति बेहतर होती है. खासतौर पर जिन लोगों को घुटनों में दर्द होता है, उनके लिए यह बहुत फायदेमंद हो सकता है.
2. बैलेंस और कोऑर्डिनेशन बेहतर होता है
जब हम उल्टी दिशा में चलते हैं तो दिमाग ज्यादा सक्रिय होता है और बैलेंस बनाए रखने के लिए मांसपेशियां ज्यादा काम करती हैं. इससे शरीर का संतुलन अच्छा होता है.
3. कमर दर्द में राहत
पीछे चलने से रीढ़ की हड्डी पर दबाव कम होता है और लोअर बैक यानी कमर के हिस्से में स्ट्रेचिंग होती है, जिससे कमर दर्द में आराम मिल सकता है.
4. मोटापा कम करने में मददगार
पीछे की ओर चलने में ज्यादा एनर्जी खर्च होती है, जिससे कैलोरी जल्दी बर्न होती है और वजन घटाने में मदद मिलती है.
5. हार्ट हेल्थ में सुधार
जैसे-जैसे आप पीछे चलने की आदत डालते हैं, आपकी हार्ट बीट बेहतर तरीके से काम करती है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है और दिल की सेहत बेहतर होती है.
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6. मानसिक एकाग्रता बढ़ती है
पीछे चलने के लिए फोकस जरूरी होता है. यह ब्रेन के उन हिस्सों को सक्रिय करता है जो सोचने, निर्णय लेने और ध्यान केंद्रित करने में मदद करते हैं.
7. डिप्रेशन और तनाव से राहत
जैसे-जैसे शरीर एक्टिव होता है, ब्रेन में एंडोर्फिन हार्मोन रिलीज होते हैं जो मूड को बेहतर बनाते हैं. इससे तनाव और चिंता में राहत मिलती है.
8. डाइजेशन सिस्टम में सुधार
हल्की गति से पीछे चलने से पेट की मांसपेशियां सक्रिय होती हैं जिससे पाचन क्रिया बेहतर होती है. इससे बाउल मूलमेंट अच्छा रहता है.
9. लचीलेपन बढ़ता है
पीछे चलने से पैरों और कमर के आसपास की मांसपेशियां अच्छी तरह से खिंचती हैं, जिससे शरीर में लचीलापन आता है.
10. नई आदत, नया नजरिया
यह एक्सरसाइज दिमाग को एक नई दिशा देती है. पुराने ढर्रों से बाहर निकलकर जब हम कुछ अलग करते हैं, तो आत्मविश्वास बढ़ता है और सोचने का तरीका भी बदलता है.
रोजाना 10-15 मिनट पीछे चलना एक आसान लेकिन बेहद असरदार आदत बन सकती है. शुरुआत में किसी खुले और सुरक्षित स्थान पर धीरे-धीरे चलें और ध्यान रखें कि आसपास कोई बाधा न हो.
याद रखें: सेहतमंद रहना कोई भारी भरकम एक्सरसाइज नहीं, बल्कि छोटी-छोटी आदतों से शुरू होता है और “पीछे चलना” इस दिशा में एक कदम हो सकता है.