कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आवास पर 7 अगस्त को इंडिया ब्लॉक के नेता डिनर पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं. लोकसभा चुनाव के बाद ये पहला मौका है, जब महागठबंधन की पार्टियां एक साथ नजर आएंगी. इससे पहले 19 जुलाई 2024 को एक वर्चुअली मीटिंग में सभी शामिल हुए थे.
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क्यों अहम मानी जा रही ये ‘डिनर पार्टी’
बताया जा रहा है कि डिनर पार्टी तो एक बहाना है, मीटिंग में बिहार में चल रहे SIR की प्रक्रिया और उपराष्ट्रपति के मुद्दे पर चर्चा हो सकती है. दोनों ही बातों पर विपक्ष लगातार सरकार से सवाल करते हुए आया है. मानसून सत्र के बीच ये बैठक अहम मानी जा रही है.
बिहार में चुनाव आयोग की विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार सवाल उठा रहे हैं. इस बैठक के जरिए राहुल चाहेंगे कि इंडिया ब्लॉक के सभी बड़े नेता एक साथ रहें, जिससे सदन में सरकार को घेरने में आसानी रहे. आपको बता दें कि ये मीटिंग ऐसे समय में भी होने जा रही है जब उपराष्ट्रपति के चुनाव का प्रोसेस शुरू हो चुका है.
डिनर पार्टी में कौन-कौन होगा शामिल
राहुल गांधी की इस मीटिंग में कई बड़े नेता शामिल हो सकते हैं, जिसमें सपा प्रमुख अखिलेश यादव, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बैठक में आने की मंजूरी दे दी है. इन सभी के अलावा शरद पवार की पार्टी एनसीपी के साथ जेएमएम और दूसरे बड़े दलों के शामिल होने की संभावना है.
डिनर में शामिल होने वाले इंडिया गठबंधन के प्रमुख नेता
- एनसीपी एसपी: शरद पवार
- शिवसेना यूबीटी: उद्धव ठाकरे
- समाजवादी पार्टी: अखिलेश यादव
- टीएमसी: अभिषेक बनर्जी
- डीएमके: कनिमोझी
- आरजेडी: तेजस्वी यादव
- सीपीएम: एम ए बेबी
- सीपीआई: डी राजा
- सीपीआई एमएल: दीपांकर भट्टाचार्य
- नेशनल कॉन्फ़्रेंस: फारूक अब्दुल्ला
- पीडीपी: महबूबा मुफ्ती
इसके अलावा जेएमएम, आईयूएमएल, केरल कांग्रेस (मणि), आरएसपी, फॉरवर्ड ब्लॉक जैसे करीब दस छोटे और क्षेत्रीय दलों के नेता भी डिनर मीटिंग में शामिल होंगे. शाम के कार्यक्रम में सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष खरगे, प्रियंका गांधी और कांग्रेस शासित राज्यों के सीएम भी मौजूद रहेंगे.
वहीं तमिलनाडु सीएम एमके स्टालिन की खराब सेहत की वजह से उनका आना मुश्किल लग रहा है. टीएमसी के नेताओं को लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है. विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया को लेकर राहुल गांधी के साथ ममता बनर्जी खड़ी नजर आईं हैं. इन सभी के अलावा आम आदमी पार्टी पहले ही इंडिया गठबंधन से खुद को दूर कर चुकी है.