महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 के शुरू होने में अब 50 दिनों का वक्त बाकी रह गया है। इस टूर्नामेंट के शुरू होने से ठीक पहले 11 अगस्त को मुंबई में वर्ल्ड कप ट्रॉफी का अनावरण किया गया। इस कार्यक्रम में ICC के अध्यक्ष जय शाह, भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर और भारतीय मेंस टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी युवराज सिंह समेत कई और खिलाड़ी मौजूद थे। इस ट्रॉफी अनावरण के मौके पर हरमनप्रीत कौर ने फैंस के लिए एक दिल छू लेने वाला बयान दिया है। बता दें कि वर्ल्ड कप की शुरुआत 30 सितंबर से होगी और फाइनल मैच 2 नवंबर को खेला जाएगा।
ट्रॉफी लॉन्च कार्यक्रम के दौरान हरमनप्रीत कौर ने दिया बड़ा बयान
इस मौके पर हरमनप्रीत कौर ने कहा कि वो और उनकी टीम आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप के सूखे को खत्म करने को पूरी तरह तैयार है। उनकी टीम इस टूर्नामेंट के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। हरमनप्रीत ने ट्रॉफी के अनावरण कार्यक्रम में कहा कि हम इस बार ट्रॉफी की जीत के इंतजार को खत्म करना चाहते हैं। वर्ल्ड कप हमेशा खास होते हैं, मैं हमेशा देश के लिए कुछ खास करना चाहती हूं। जब भी मैं युवराज भैया को देखती हूं तो मुझे काफी प्रेरणा मिलती है।
उस पारी ने मेरी जिंदगी बदल दी- हरमनप्रीत कौर
इस कार्यक्रम के दौरान हरमनप्रीत कौर ने अपनी उस 171 रनों की पारी का जिक्र किया, जो उन्होंने 2017 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली थी। उन्होंने बताया कि उस पारी के बाद जिस तरह से उनका भारत में स्वागत हुआ था उसे देखकर उनके रोंगटे खड़े हो गए थे। हरमनप्रीत ने कहा कि वो पारी मेरे और पूरे महिला क्रिकेट के लिए खास थी। उस पारी के बाद मेरी जिंदगी में बड़ा बदलाव हुआ। जब हम भारत लौटे तो बहुत सारे लोग हमारा इंतजार कर रहे थे, हमें चीयर कर रहे थे, भले ही हम हार गए हों लेकिन उन्होंने हमारा सपोर्ट किया, आज भी वो सोचकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं।
2005 और 2017 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची थी भारतीय महिला टीम
आपको बता दें कि भारतीय टीम दो मौकों पर वर्ल्ड कप जीतने के करीब पहुंचने में कामयाब रही है, लेकिन फाइनल मैचों में हारकर उन्हें टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा है। 2005 वर्ल्ड कप में भारतीय महिला टीम रनर-अप रही थी, वहां फाइनल में उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 98 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद भारतीय टीम 2017 के फाइनल में पहुंचने में कामयाब रही थी, वहां उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल में 9 रनों से हार का मुंह देखना पड़ा था।