CM Vishnu Deo Sai , रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ रेलवे सुरक्षा बल (RPF) पोस्ट में हुई हेड कांस्टेबल पी.के. मिश्रा की गोली मारकर हत्या के मामले में एक चौंकाने वाला और सनसनीखेज खुलासा हुआ है। जिस आरक्षक कुमार सिंह लादेर (KS Lader) ने अपने साथी हेड कांस्टेबल को सर्विस पिस्टल से चार गोलियां मारकर मौत के घाट उतारा, उसका हिंसक और विवादित इतिहास पहले से रहा है।
CM Vishnu Deo Sai : CM साय का दावा छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद अब ले रहा है अंतिम सांस
जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपी आरक्षक लादेर को पहले भी हिंसक व्यवहार के कारण सेवा से बर्खास्त किया जा चुका था।
बिलासपुर में RPF इंस्पेक्टर पर किया था जानलेवा हमला
मिली जानकारी के अनुसार, रायगढ़ में हत्या की जघन्य वारदात को अंजाम देने से पहले, आरोपी आरक्षक कुमार सिंह लादेर बिलासपुर में भी ड्यूटी पर तैनात था। सूत्रों ने बताया कि बिलासपुर में ड्यूटी के दौरान लादेर ने अपने वरिष्ठ अधिकारी, एक आरपीएफ इंस्पेक्टर पर तलवार लेकर जानलेवा हमला कर दिया था।
यह घटना रेलवे सुरक्षा बल के अंदरूनी हलकों में एक बड़ा विवाद बन गई थी। इस अति-हिंसक और अनुशासनहीनता के कृत्य के कारण आरक्षक लादेर को तुरंत सेवा से बर्खास्त (Dismissed from Service) कर दिया गया था।
अपील के बाद हुई थी ड्यूटी पर वापसी
बर्खास्तगी के बावजूद, आरोपी आरक्षक ने विभाग में अपनी नौकरी वापस पाने के लिए अपील दायर की। बताया जाता है कि अपील स्वीकार होने के बाद, उसे कुछ समय बाद वापस ड्यूटी पर बहाल कर दिया गया था।
आरपीएफ के अधिकारियों के बीच अब यह बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि हिंसक प्रवृत्ति और गंभीर अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना कर चुके एक जवान को दोबारा सर्विस पिस्टल और संवेदनशील ड्यूटी पर क्यों बहाल किया गया, जिसका दुखद परिणाम रायगढ़ में साथी हेड कांस्टेबल पी.के. मिश्रा की मौत के रूप में सामने आया।
रायगढ़ में हेड कांस्टेबल की हत्या
ताजा मामला बुधवार तड़के रायगढ़ रेलवे स्टेशन स्थित आरपीएफ पोस्ट पर हुआ। ड्यूटी पर तैनात प्रधान आरक्षक पी.के. मिश्रा और हेड कांस्टेबल के.एस. लादेर के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ, जिसके बाद आरोपी लादेर ने अपनी 9 एमएम सर्विस पिस्टल से पी.के. मिश्रा के सिर और शरीर पर चार राउंड गोलियां चलाईं। गोली लगने से पी.के. मिश्रा की मौके पर ही मौत हो गई।
गोली चलाने के बाद भी आरोपी लादेर शांत रहा, जिसे बाद में अन्य जवानों ने जीआरपी की मदद से हिरासत में ले लिया। पुलिस अब लादेर के इस हिंसक व्यवहार के पीछे के सटीक मकसद और उसके मानसिक स्वास्थ्य की जांच कर रही है। मृतक पी.के. मिश्रा मध्य प्रदेश के रीवा जिले के रहने वाले थे।



