गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, फिंगेश्वर में विद्यार्थियों द्वारा किसानों के लिए आधुनिक कृषि यंत्रों के उपयोग एवं उनके लाभ पर एक जागरूकता एवं प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. गिरिजेश कुमार शर्मा के मार्गदर्शन में सहायक प्राध्यापक (कृषि अभियांत्रिकी), डॉ. अविनाश कुमार गौतम द्वारा कराया गया। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने किसानों को विभिन्न प्रमुख कृषि यंत्रों-सीड ड्रिल, सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल, ड्रम सीडर, कोनो वीडर, ट्रांसप्लांटर, ग्रेडर, ड्रायर तथा सेपरेटर के उपयोग, कार्यप्रणाली व उनके लाभों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। विद्यार्थियों ने बताया कि इन आधुनिक उपकरणों के प्रयोग से समय और श्रम की बचत होती है, लागत कम होती है तथा बेहतर उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। इसके साथ ही विद्यार्थियों ने ड्रोन के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए पारंपरिक स्प्रेयर की तुलना में इसके लाभों को समझाया। उन्होंने बताया कि ड्रोन द्वारा दवाई का छिड़काव तेजी से, समान रूप से और सुरक्षित तरीके से किया जा सकता है, जिससे श्रमिकों के स्वास्थ्य जोखिम में भी कमी आती है। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने ड्रिप सिंचाई प्रणाली, बायोगैस प्लांट मॉडल तथा विभिन्न ग्रीनहाउस संरचनाओं का भी परिचय करवाया और समझाया कि कैसे ये तकनीकें जल संरक्षण, ऊर्जा बचत और फसल उत्पादन को बढ़ाने में सहायक हैं। इसके अतिरिक्त खेती के प्रत्येक चरण-भूमि तैयारी से लेकर कटाई, मड़ाई, सफाई व भंडारण तक उपयुक्त कृषि यंत्रों की जानकारी पोस्टर के माध्यम से दी गई। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने यह भी जानकारी दी कि सभी उन्नत कृषि यंत्रों का लाभ उठाने हेतु उपलब्ध सरकारी योजनाएँ, सब्सिडी सुविधाएँ एवं कस्टम हायरिंग सेंटर किसानों के लिए अत्यंत उपयोगी हैं, जिनके माध्यम से कम लागत में मशीनें किराए पर लेकर कृषि कार्यों को सुगमता से किया जा सकता है। अंत में यह बताया गया कि यदि किसान इन आधुनिक यंत्रों व तकनीकों को अपनाते हैं, तो न केवल कृषि कार्यों की उत्पादकता और गुणवत्ता बढ़ेगी, बल्कि लागत कम होगी, समय की बचत होगी और खेती अधिक लाभदायक बन सकेगी, जिससे उनका आर्थिक स्तर भी मजबूत होगा। इस कार्यक्रम मे सहायक प्राध्यापक डॉ. देवेंद्र कुमार देवांगन और अतिथि शिक्षिका डॉ. योगेश्वरी साहू भी उपस्थित थे।
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