Banjari Ghat Accident , बिलासपुर। पेंड्रा से बिलासपुर की ओर आ रही दीप ट्रैवल्स की यात्री बस मंगलवार शाम बंजारी घाट में एक बड़े हादसे का शिकार हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस अचानक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बने प्रोटेक्शन वॉल से जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस का अगला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे यात्रियों में चीख-पुकार मच गई और मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
Rohit Sharma : रायपुर मैदान में उतरे रोहित और कोहली, फैन्स ने किया जोरदार स्वागत
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के मुताबिक, बस पेंड्रा से बिलासपुर की नियमित यात्री सेवा के तहत निकली थी। जैसे ही वाहन बंजारी घाट के घुमावदार मोड़ के करीब पहुंचा, ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया। बताया जा रहा है कि तेज रफ्तार और फिसलन भरी सड़क की वजह से बस सीधे प्रोटेक्शन वॉल से जा भिड़ी। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोग और अन्य वाहन चालक मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया।
6 यात्री घायल, 2 गंभीर
दुर्घटना में कुल 6 यात्री घायल हुए हैं। इनमें से 2 की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को 108 एंबुलेंस की मदद से बिलासपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, गंभीर रूप से घायल यात्रियों का उपचार जारी है और उनकी हालत पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है।
यात्रियों में दहशत, मदद को जुटे ग्रामीण
हादसे के बाद बस के अंदर चीख-पुकार मच गई। कई यात्री सीटों के बीच फंस गए थे, जिन्हें बाहर निकालने में काफी परेशानी हुई। स्थानीय ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर घायलों को सुरक्षित बाहर निकालने में पुलिस की मदद की। हादसे के बाद यात्रियों में डर का माहौल बन गया और कई लोग सदमे में नजर आए।
पुलिस जांच में जुटी, ड्राइवर से पूछताछ जारी
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया। हादसे के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए बस के चालक से पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह संभावना जताई जा रही है कि हादसा तेज रफ्तार के कारण हुआ होगा, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि जांच के बाद ही होगी।
घाट पर सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
इस हादसे के बाद फिर एक बार बंजारी घाट की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस क्षेत्र में अक्सर वाहन अनियंत्रित हो जाते हैं और हादसे होते रहते हैं। लोगों ने प्रशासन से यहां अतिरिक्त सुरक्षा उपाय करने और नियमित निगरानी बढ़ाने की मांग की है।



