Death by swallowing a coin कोरबा, 01 नवंबर 2025: कोरबा जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक आठ वर्षीय बालक सिक्का निगलने के कारण अपनी जान गंवा बैठा। परिजनों का आरोप है कि जिला अस्पताल में समय पर उपचार न मिलने के कारण मासूम की जान बचाई नहीं जा सकी।
PM Modi Raipur: राज्योत्सव 2025 से पहले छत्तीसगढ़ पहुंचे मोदी, करेंगे कई नई परियोजनाओं का शुभारंभ
बालक की पहचान और घटना का विवरण
मृतक बालक का नाम शिवम सारथी (8 वर्ष) बताया गया है। वह रायगढ़ जिले के धर्मजयगढ़ का निवासी था और हाल ही में अपने परिवार के साथ कोरबा के गोढ़ी गांव में रह रहा था।शिवम कुछ दिन पहले अपने कंधे की चोट का इलाज कराने कोरबा आया था। परिजनों का कहना है कि उन्हें नहीं पता था कि शिवम ने सिक्का कब और कैसे निगल लिया। अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसे तुरंत जिला अस्पताल कोरबा लाया गया।
Devuthani Ekadashi 2025 : देवउठनी एकादशी 2025 जानें कब है तिथि, पूजा मुहूर्त और महत्व
अस्पताल में इलाज और रेफरल
जांच में एक्स-रे रिपोर्ट ने पुष्टि की कि शिवम के सीने में सिक्का फंसा हुआ था। हालांकि, परिजनों का आरोप है कि बच्चे की गंभीर हालत देखकर डॉक्टरों ने कहा कि यहां उपचार संभव नहीं है और उसे किसी निजी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।परिवार उसे निजी अस्पताल ले जा रहा था, लेकिन रास्ते में शिवम ने दम तोड़ दिया।
परिजनों का आरोप और गुस्सा
शिवम के पिता मदन सारथी ने जिला अस्पताल के स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि समय पर उचित इलाज न मिलने के कारण उनके बच्चे की जान चली गई।परिजन इस घटना से बेहद आहत हैं और वे जिला प्रशासन से न्याय की मांग कर रहे हैं।
जिला प्रशासन और अस्पताल का रुख
घटना की सूचना मिलने के बाद, जिला अस्पताल चौकी प्रभारी विश्व नारायण चौहान ने परिजनों के बयान दर्ज किए और मामले की जांच शुरू कर दी है।अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि बच्चे का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है, जिससे मौत के वास्तविक कारण की पुष्टि हो सके।



