गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी आवारा पशुओं के स्वास्थ्य एवं रेबीज नियंत्रण योजना के तहत फिंगेश्वर नगर पंचायत द्वारा शहरभर में फैले आवारा कुत्तों का एंटी-रेबीज वैक्सीनेशन अभियान तेजी से और सफलतापूर्वक जारी है। नगर के बस स्टैंड, मुख्य बाजार, प्रमुख चौक-चौराहों, मंदिर परिसरों से लेकर स्कूल-कॉलेज तक विशेष टीम द्वारा कुत्तों को सुरक्षित पकड़कर एंटी-रेबीज वैक्सीन (।त्ट) लगाया गया। मुख्य नगर पालिका अधिकारी के निर्देशन में कार्य कर रही टीम ने प्रत्येक टीकाकृत कुत्ते की पहचान के लिए ईयर-नॉचिंग का विशेष निशान लगाया। मुख्य नगर पालिका अधिकारी चन्दन मानकर ने बताया कि हमारा लक्ष्य फिंगेश्वर को पूरी तरह रेबीज-मुक्त क्षेत्र बनाना है। इस अभियान में नागरिक सुरक्षा और पशु-कल्याण दोनों हमारी प्राथमिकता हैं। पशु-चिकित्सा अधिकारी के अनुसार लगाई गई वैक्सीन एक वर्ष तक प्रभावी सुरक्षा प्रदान करती है, जिससे शहर में रेबीज संक्रमण का खतरा काफी हद तक कम होगा। इसके साथ ही नगर पंचायत ने एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए बताया कि जनवरी 2026 से शहर में आवारा कुत्तों की नसबंदी का व्यापक अभियान शुरू किया जाएगा, ताकि कुत्तों की अनियंत्रित संख्या पर स्थायी नियंत्रण लाया जा सके। नगर में चल रहे इस अभियान को नागरिकों ने भी भरपूर समर्थन दिया है। लोगों का कहना है कि इससे न केवल शहर सुरक्षित होगा, बल्कि रेबीज के संभावित प्रकोप को रोकने में भी बड़ी मदद मिलेगी। फिंगेश्वर नगर पंचायत की यह पहल शहर को अधिक सुरक्षित, स्वच्छ और रेबीज-मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो रही है।
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