गरियाबंद/देवभोग(गंगा प्रकाश)। गरियाबंद पुलिस ने एक बार फिर अवैध पशु परिवहन एवं पशुओं पर क्रूरता करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर 19 कृषक पशुओं (बैल) को जप्त किया है। यह कार्रवाई थाना देवभोग पुलिस टीम द्वारा की गई, जिसने मुखबिर की सूचना पर तत्परता दिखाते हुए मौके पर पहुंचकर आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ लिया।
कैसे हुआ खुलासा
दिनांक 14 अक्टूबर 2025 को थाना देवभोग पुलिस टीम नियमित टाउन भ्रमण पर थी। इसी दौरान विश्वसनीय मुखबिर से सूचना मिली कि दो व्यक्ति कृषक पशुओं को क्रूरता पूर्वक मारते-पीटते हुए, बिना भोजन-पानी दिए बूचड़खाने की ओर अवैध रूप से ले जा रहे हैं।
सूचना मिलते ही थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम शासकीय वाहन (CG 03 8341) से रवाना हुई और ग्राम डोहेल BHN स्कूल के पास घेराबंदी कर दो संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ लिया।
गिरफ्तार आरोपी
पूछताछ में दोनों ने अपना नाम और पता इस प्रकार बताया— 1 लक्ष्मण मेहरा पिता मोहन मेहरा, उम्र 50 वर्ष, निवासी ग्राम मेदना घाटीगुड़ा, थाना दबगांव, जिला नवरंगपुर (ओडिशा), 2 हरि मेहरा पिता सनाधर मेहरा, उम्र 46 वर्ष, निवासी ग्राम मेदना घाटीगुड़ा, थाना दबगांव, जिला नवरंगपुर (ओडिशा) पुलिस ने मौके पर दोनों के कब्जे से कुल 19 नग कृषक पशु (बैल) बरामद किए।
लक्ष्मण मेहरा के कब्जे से 10 नग बैल, कीमत ₹1,00,000/-, हरि मेहरा के कब्जे से 09 नग बैल, कीमत ₹90,000/-,कुल कीमत ₹1,90,000/-
वैध दस्तावेज़ नहीं मिले
जब पुलिस ने आरोपियों से पशु परिवहन, खरीद-बिक्री, मेडिकल सर्टिफिकेट एवं लाइसेंस से संबंधित दस्तावेज मांगे तो उन्होंने कोई वैध अनुमति पत्र प्रस्तुत नहीं किया।
इस पर पुलिस ने मौके पर गवाहों की उपस्थिति में सभी 19 कृषक पशुओं को जप्त कर शीलबंद किया और विधिवत कार्यवाही शुरू की।
दर्ज अपराध
आरोपियों का कृत्य — छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की धारा 4, 6, 10,पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 की धारा 11 के अंतर्गत दंडनीय पाया गया।
थाना देवभोग में मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर विवेचना में लिया गया है।
पुलिस की सख्त चेतावनी
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया है कि जिले में अवैध पशु परिवहन, पशुओं की खरीद-बिक्री और क्रूरता करने वालों के खिलाफ सतत अभियान चलाया जाए।
देवभोग पुलिस की यह कार्रवाई जिले में अवैध पशु व्यापारियों के लिए सख्त चेतावनी साबित हो रही है।
क्या कहते हैं स्थानीय लोग
स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस की तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि “इस तरह की कार्रवाई से न केवल निर्दोष पशुओं को क्रूरता से बचाया जा सकेगा, बल्कि अवैध पशु व्यापार पर भी रोक लगेगी।”