Naxalite surrender रायपुर, 16 अक्टूबर 2025| छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान को बड़ी सफलता मिली है। राज्य के विभिन्न हिस्सों से कुल 170 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे देश के लिए “ऐतिहासिक दिन” बताते हुए कहा कि यह घटनाक्रम नक्सलवाद के अंत की ओर बढ़ते भारत की तस्वीर को साफ़ करता है।
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पिछले दो दिनों में 258 नक्सलियों ने डाले हथियार
यह सिलसिला सिर्फ छत्तीसगढ़ तक सीमित नहीं रहा। 15 अक्टूबर को महाराष्ट्र में 61 और छत्तीसगढ़ में ही 27 नक्सलियों ने सरेंडर किया था। इस तरह पिछले 48 घंटों में कुल 258 वामपंथी उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है, जो सरकार की नक्सल नीति के प्रति बढ़ते भरोसे को दर्शाता है।
अमित शाह का बड़ा बयान: “नक्सलवाद अंतिम सांसें गिन रहा है”
अपने आधिकारिक बयान में अमित शाह ने कहा:
“मैं भारत के संविधान में विश्वास रखते हुए हिंसा का त्याग करने के इन सभी युवाओं के निर्णय का स्वागत करता हूँ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा किए गए अथक प्रयासों के कारण आज नक्सलवाद अपने पतन की ओर अग्रसर है।“
उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि सरकार की नीति “स्पष्ट और संतुलित” है — जो हथियार डालते हैं, उनका पुनर्वास होगा, और जो हिंसा का मार्ग नहीं छोड़ते, उन्हें कानून व सुरक्षा बलों के कठोर प्रतिरोध का सामना करना पड़ेगा।



