बिलासपुर, छत्तीसगढ़। बिलासपुर में पुलिस पर एक NTPC कर्मचारी को प्रताड़ित करने और रिश्वत मांगने का बेहद गंभीर आरोप लगा है। कथित तौर पर शराब पीकर गाड़ी चलाने के मामले को रफा-दफा करने के एवज में पुलिस ने कर्मचारी से ₹50,000 की मांग की और धमकी दी, जिसके डर से कर्मचारी ने घर पहुंचकर जहर पी लिया।
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गंभीर हालत में कर्मचारी को तत्काल अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ डॉक्टरों की टीम उसकी जान बचाने की कोशिश कर रही है, लेकिन उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
क्या है पूरा घटनाक्रम?
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार:
- आरोप: एनटीपीसी में कार्यरत कर्मचारी को पुलिस ने शराब पीकर गाड़ी चलाने के आरोप में पकड़ा था।
- डिमांड: कर्मचारी के परिजनों का आरोप है कि इस मामले में कार्रवाई न करने और एफआईआर दर्ज न करने के बदले में पुलिसकर्मियों ने उससे 50 हजार रुपए की डिमांड की।
- धमकी: जब कर्मचारी ने रुपए देने में असमर्थता जताई, तो पुलिस ने उसे कड़ी कार्रवाई की धमकी दी और प्रताड़ित किया।
- आत्मघाती कदम: पुलिस की धमकी और मानसिक दबाव से परेशान होकर कर्मचारी ने घर लौटकर जहरीला पदार्थ पी लिया।
पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल
इस घटना के बाद से बिलासपुर पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। पीड़ित के परिवार ने पुलिस पर मानसिक उत्पीड़न और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
हालांकि, पुलिस विभाग ने फिलहाल इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन घटना के सामने आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। उम्मीद है कि उच्च अधिकारी इस पूरे मामले की निष्पक्ष जाँच के आदेश देंगे।
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