नई दिल्ली। भारत दौरे पर आए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का सोमवार को राष्ट्रपति भवन में शानदार आतिथ्य के साथ स्वागत किया गया। उनकी वापसी से पूर्व राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा उनके सम्मान में भव्य राजकीय रात्रिभोज का आयोजन किया गया। इस विशेष डिनर में भारतीय पारंपरिकता और विविधता को ध्यान में रखते हुए पुतिन को शुद्ध शाकाहारी भोजन परोसा गया, जिसे उन्होंने अत्यंत सराहा।
दक्षिण भारतीय स्वाद से हुई डिनर की शुरुआत
रात्रिभोज की शुरुआत दक्षिण भारतीय पारंपरिक रस्म (सूप) ‘मुरुंगेलाई चारू’ से की गई, जो स्वाद और सेहत दोनों का बेहतरीन मेल माना जाता है।
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परोसे गए खास व्यंजन
राष्ट्रपति भवन में तैयार किए गए मेन्यू में भारत की विभिन्न क्षेत्रीय रसोइयों का अनूठा संगम देखने को मिला। विशेष तौर पर पुतिन के लिए परोसे गए व्यंजनों में शामिल थे—
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गुच्छी दून चेटिन – कश्मीरी अखरोट की चटनी से भरे मशरूम
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अचारी बैंगन – पारंपरिक मसालों के साथ परोसा गया खास भारतीय स्वाद
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पीली दाल तड़का – देसी घी में तड़के के साथ बनी दाल
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भारतीय पारंपरिक थाली – जिसमें विभिन्न क्षेत्रीय व्यंजनों का समावेश
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स्थानीय सब्जियों और अनाज से बने अन्य व्यंजन
राजनयिक रिश्तों में नई ऊंचाई
यह रात्रिभोज न केवल भारतीय मेहमाननवाज़ी का उदाहरण था, बल्कि भारत-रूस संबंधों की मजबूती को भी दर्शाता है। पुतिन की भारत यात्रा के दौरान दोनों राष्ट्रों ने रणनीतिक, आर्थिक और रक्षा सहयोग पर भी बातचीत की।



