बिलासपुर (छत्तीसगढ़)। जिले में इंटरकास्ट मैरिज का विरोध एक बार फिर सुर्खियों में है। बिलासपुर के एक रिटायर्ड अफसर ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे की अंतरजातीय शादी के बाद पनिका समाज के पदाधिकारियों ने उनके पूरे परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर दिया। मामले से परेशान होकर अफसर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर समाज के चार पदाधिकारियों के खिलाफ एफआईआर हो गई है। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।
क्या है पूरा मामला?
तारबाहर के डीपूपारा निवासी कमल किशोर परवार, जो कलेक्टर ऑफिस में अधीक्षक पद से रिटायर हो चुके हैं, ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दी कि उनके बेटे हितेश परवार ने 4 नवंबर 2024 को साहू समाज की युवती से इंटरकास्ट मैरिज की थी। इस शादी के बाद पनिका समाज के प्रांतीय पदाधिकारी उनके परिवार के खिलाफ हो गए।
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कमल किशोर ने बताया कि समाज के लोग न सिर्फ उन्हें सामाजिक कार्यक्रमों में बुलाना बंद कर चुके हैं, बल्कि उनके परिवार के कार्यक्रमों में भी आना-जाना पूरी तरह बंद कर दिया गया है। उनका आरोप है कि समाज ने लिखित व मौखिक रूप से उन्हें बहिष्कृत करने का फैसला लिया, जिससे वे मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं।
इन पदाधिकारियों पर दर्ज हुई FIR
शिकायत के बाद पुलिस ने जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, उनमें शामिल हैं—
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जे.आर. साकत (समाज प्रमुख)
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थानू राम बघेल
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दशरथ साकत
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वंशधारी सांवरा
पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है और जल्द ही संबंधित धाराओं के तहत आगे की कार्रवाई की जाएगी।
समाज में बढ़ रही इंटरकास्ट शादी की चुनौतियाँ
इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़ा किया है कि आधुनिक समय में भी इंटरकास्ट विवाह को लेकर समाज में विरोध क्यों बरकरार है। सरकार और प्रशासन लगातार ऐसे विवाहों को बढ़ावा दे रहे हैं, लेकिन कई समुदायों में आज भी रूढ़िवादी सोच के कारण टकराव की स्थिति बनी रहती है।
पुलिस कर रही जांच
सिविल लाइन थाना प्रभारी का कहना है कि शिकायत गंभीर है और सबूतों के आधार पर आरोपियों के बयान दर्ज किए जाएंगे। जरूरत पड़ने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।



