RPF Constable Attacked , रायगढ़ | रायगढ़ RPF पोस्ट गोलीकांड मामले में एक बड़ा और चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। जिस आरक्षक ने अपने साथी हेड कांस्टेबल पी.के. मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी, उसकी हिंसक प्रवृत्ति का इतिहास पहले से ही मौजूद था। जानकारी के मुताबिक, आरोपी ने कुछ महीने पहले बिलासपुर में एक RPF इंस्पेक्टर पर तलवार से हमला करने की कोशिश की थी। वह इंस्पेक्टर को तलवार लेकर दौड़ाता भी नजर आया था, जिसके बाद तत्काल उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था।
हालांकि आरोपी ने बाद में अपील दायर की और प्रक्रिया पूरी होने के बाद उसे पुनः ड्यूटी ज्वाइन करने की अनुमति मिल गई। ड्यूटी पर लौटने के बाद भी उसके व्यवहार में बदलाव नहीं आया, जिसका नतीजा रायगढ़ पोस्ट पर हुई दर्दनाक वारदात के रूप में सामने आया।
मंगलवार की रात आरोपी और हेड कांस्टेबल पी.के. मिश्रा के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ। देखते ही देखते आरोपी ने सर्विस राइफल उठाई और मिश्रा पर गोलियां चला दीं। मौके पर ही उनकी मौत हो गई। घटना के बाद आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है और पुलिस उसके पुराने रिकॉर्ड और मानसिक स्थिति को भी जांच रही है।
RPF के वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले को गंभीर मानते हुए आंतरिक जांच शुरू कर दी है। लगातार दो बड़े हिंसक मामलों में आरोपी की संलिप्तता ने RPF में भर्ती और अनुशासन संबंधी प्रक्रियाओं पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।



