नई दिल्ली। हिन्दू धर्म में गुरुवार का दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना के लिए विशेष माना गया है। इस दिन विशेष रूप से तुलसी का महत्व अधिक है, क्योंकि भगवान विष्णु तुलसी के अत्यंत प्रिय हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गुरुवार को तुलसी चालीसा का पाठ करने से जीवन में सुख, समृद्धि और संकटों से मुक्ति मिलती है।
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तुलसी चालीसा का महत्व
तुलसी चालीसा भगवान विष्णु और तुलसी माता की स्तुति में रचित है। इसे पढ़ने से व्यक्ति—
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मानसिक शांति अनुभव करता है,
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परिवार में सुख-समृद्धि आती है,
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संकट और बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
तुलसी चालीसा का प्रारंभिक पाठ
दोहा:
“श्री तुलसी महारानी, करूं विनय सिरनाय।
जो मम हो संकट विकट, दीजै मात नशाय।।”
चौपाई:
तुलसी चालीसा में कई चौपाइयां हैं जो भगवान विष्णु की महिमा का बखान करती हैं और श्रद्धालुओं की रक्षा करती हैं।
तुलसी चालीसा पाठ की सरल विधि
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गुरुवार को साफ-सुथरे स्थान पर तुलसी के पौधे के सामने बैठें।
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दीपक जलाकर भगवान विष्णु और तुलसी माता का ध्यान करें।
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तुलसी चालीसा का पाठ ध्यानपूर्वक और श्रद्धा के साथ करें।
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पाठ के बाद तुलसी को जल या धूप अर्पित करें।
तुलसी चालीसा के चमत्कारी लाभ
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संकटमोचन: कठिन समय में शांति और समाधान प्राप्त होता है।
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धन-संपत्ति की वृद्धि: घर में सुख-समृद्धि और आर्थिक स्थिरता आती है।
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रोग और मानसिक तनाव में राहत: मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
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आध्यात्मिक उन्नति: भगवान विष्णु की कृपा से आध्यात्मिक शक्ति बढ़ती है।
गुरुवार के दिन नियमित रूप से तुलसी चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति जीवन में समृद्धि, मानसिक संतुलन और भगवान विष्णु की विशेष कृपा का अनुभव कर सकता है।
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