नई दिल्ली, 17 नवंबर। पूर्व क्रिकेटर और अभिनेता योगराज सिंह ने अपने जीवन के सबसे कठिन और दर्दनाक पलों को साझा करते हुए भावुक बयान दिया है। द विंटेज स्टूडियो से बातचीत के दौरान योगराज सिंह का दर्द खुलकर बाहर आया। उन्होंने कहा कि वह अब खाने के लिए अजनबियों के सहारे रहने से तंग आ चुके हैं और ऐसी ज़िंदगी जीने से बेहतर है कि वह मरने को तैयार हैं।
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“युवराज और उसकी मां शबनम मुझे छोड़कर गई, तब जिंदगी ही बदल गई”
बातचीत के दौरान योगराज सिंह ने अपनी निजी ज़िंदगी का वह हिस्सा भी साझा किया, जिसने उन्हें भीतर तक तोड़ दिया था।
उन्होंने बताया कि जीवन के एक कठिन मोड़ पर उनके बेटे युवराज सिंह और उनकी पत्नी शबनम ने उन्हें छोड़ दिया था। उस घटना ने उन्हें गहरा सदमा दिया और उनकी जिंदगी की दिशा बदल दी।
योगराज सिंह ने कहा—
“जिस औरत के लिए मैंने अपनी पूरी जिंदगी और जवानी लगा दी, उसके छोड़कर जाने की मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी। बहुत कुछ बर्बाद हो गया।”
उनकी बातें सुनकर साफ महसूस हुआ कि वह आज भी उस दर्दनाक दौर से पूरी तरह उबर नहीं पाए हैं।
अकेलेपन से टूटे योगराज—अजनबियों पर निर्भर रहने की पीड़ा
योगराज सिंह ने आगे बताया कि आज वह ऐसी स्थिति में हैं जहाँ खाने तक के लिए अजनबियों पर निर्भर होना पड़ता है। इस वजह से उनका मन पूरी तरह टूट चुका है और उनका दर्द किसी से छुपा नहीं रह पाया।
उन्होंने कहा कि यह अकेलापन अब असहनीय हो गया है और वह ऐसी जिंदगी से मुक्त होने को तैयार हैं।
परिवारिक विवाद और मानसिक संघर्ष का खुला सच
योगराज सिंह और उनके बेटे युवराज सिंह के रिश्ते हमेशा चर्चा में रहे हैं। हालांकि समय-समय पर दोनों साथ भी दिखाई दिए, लेकिन गहरे पारिवारिक विवाद ने इस रिश्ते में लंबी दरार डाल दी।
द विंटेज स्टूडियो को दिए इंटरव्यू में योगराज सिंह ने पहली बार इतने खुले तौर पर अपने संघर्ष और मानसिक स्थिति को सार्वजनिक रूप से बताया।
फैंस में चिंता—योगराज की बातों ने उठाए सवाल
योगराज सिंह के इस बयान के सामने आने के बाद उनके प्रशंसकों में चिंता बढ़ गई है। सोशल मीडिया पर लोग उनकी मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति को लेकर समर्थन और हौसला बढ़ाने वाले संदेश भेज रहे हैं।



