संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादवJanuary 3, 2023January 3, 2023 आत्मा निर्द्वन्द्व / निर्गुण तथा असङ्ग है – इस तथ्य के बोध से द्वन्द्वबीज अज्ञान का उपशम सम्भव है।
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादवJanuary 2, 2023January 2, 2023 जो आलस्य रहित / धर्मात्मा / यथाशक्ति सत्पथ का अनुगमन करने वाला / सच्चरित्र और प्रबुद्ध होता है वह ब्रह्मभाव…
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादवDecember 27, 2022December 27, 2022 तामस सर्ग की अपेक्षा राजस सर्ग का और राजस सर्ग की अपेक्षा सात्विक सर्ग का अधिक महत्व है , त्रिविध…
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादवDecember 24, 2022December 24, 2022 शिक्षा , रक्षा , संस्कृति , सेवा तथा धर्म और मोक्ष के संस्थान धार्मिक और आध्यात्मिक दुर्ग मठ – मन्दिरों…
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादवDecember 22, 2022December 22, 2022 ईश्वर पाॅंच प्रकार की शक्तियों से सम्पन्न होते हैं ; उत्पत्ति , स्थिति , संहारति , निग्रह और अनुग्रह। इन…
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादवDecember 20, 2022December 20, 2022 सत्य / ज्ञान और अनन्त ब्रह्म है। देश / काल / वस्तु – निमित्त से विनष्ट होने वाली वस्तुओं में…
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादवDecember 19, 2022December 19, 2022 सत्ता का लक्षण अस्तित्व है। सत्ता ब्रह्म है ना कि कोई अन्य। ब्रह्म अतिरिक्त सत्ता नहीं है और माया वस्तुतः…
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादवDecember 17, 2022December 17, 2022 हिन्दू संस्कृति में मातृशक्ति की महिमा द्योतित है ; हिरण्यगर्भात्मक सूर्य , विष्णु , शिव और गणपति की अभिव्यक्ति में…
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादवDecember 15, 2022December 15, 2022 जागर / स्वप्न तथा सुषुप्तिरूपा निद्रा से विरहित सर्वसंकल्प रहित शिलातुल्य संस्थित आत्माकार जो मन:स्थिति है वह स्वरूप स्थिति है।
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादवDecember 15, 2022December 15, 2022 अभिव्यञ्जक के अधीन अभिव्यंग्य की अभिव्यक्ति होने पर भी अभिव्यञ्जक से अभिव्यंग्य की भिन्नता अवश्य ही सिद्ध है।