

धनंजय गोस्वामी की रिपोर्ट
डोंगरगांव (गंगा प्रकाश)। डोंगरगाँव शहर के मध्य करोड़ों के लागत से निर्माणाधीन फोर लेन सड़क, पुल, पुलिया के निर्माण तथा नगर पंचायत डॉंगरगांव के अंतर्गत 65 लाख की लागत से निर्मित कॉलेज रोड नाली निर्माण कार्य की अमानक निर्माण की गहनता से जॉच को लेकर भारतीय जनता पार्टी मण्डल डोंगरगांव ने जिलाधीश को लिखित पत्र सौप कर जांच की तथा नगरवासियों को हो रही असुविधा को तत्काल दुर कर दोषी अधिकारी, कर्मचारी तथा संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की ।
लोक निर्माण विभाग के द्वारा डोंगरगाँव नगर के मध्य स्थित सड़क के चौडी करण पाईप, पुलिया व ड्रेनेज सिस्टम के निर्माण हेतु शासन द्वारा 1542.82 लाख रूपये की राशि स्वीकृत कर दिनॉक 12.05.2023 को ठेकेदार लेखराम साहु को कार्य आदेश जारी किया गया था । उक्त कार्य की निर्माण अवधि 12 माह वर्षा काल सहित थी । यह सड़क आज पर्यन्त तक भी अधूरी है और संबंधित ठेकेदार द्वारा अमानक तथा शासन के नियमों के विपरीत निर्माण मंद गति से किया जा रहा है,


सड़क चौड़ीकरण को लेकर भाजपा ने निम्नलिखित बिन्दुओ पर सवाल उठाये है
(1) डीपीआर के अनुसार संबाधित ठेकेदार को सड़क नि्माण क्षेत्र में खोदाई कर तैयार गद्दे मे पहले कामपेक्शन कर जीएसबी फिर डब्लूएमएम के उपरांत बीटी का कार्य किया जाना था। यह कार्य लेयर बाई लेयर कामपेक्शन के उपरांत किया जाना था। परंतु संबधित ठेकेदार द्वारा गढ़ढा खोदाई कर अमानक तरीके से डब्लूएमएम मटेरियल को डालकर सीधे बीटी का कार्य किया गया है । जिससे की सड़क में जगह जगह गढ्ढे हो गये है तथा इन गढ्ढे से आय दिन दुर्घटना घटित हो रही है
(2) उक्त सड़क के निर्माण कार्य के पूर्व नाली का निर्माण कार्य किया जाना था जिससे कि नगर का ड्रेनेज सिस्टम से व्यवस्थित रूप से जल निकासी हो सके परंतु ठेकेदार द्वारा आज पर्यन्त तक नाली का निर्माण कार्य प्रारंभ ही नहीं किया गया इससे नगर के उक्त निर्माण क्षेत्र के मध्य अनेक स्थानों पर जल जमाव की स्थिति हो गई है।जिससे आसपास के रहवासियों तथा राहगीरों को भारी असुविधा हो रही है जिससे निर्माणाधीन सड़क को भी नुकसान हो रहा है।
(3) उक्त सड़क के निर्माण क्षेत्र के अंतर्गत पुराने सड़क के बीटी को उखाड़ कर अथवा खरोंच कर नया डामरीकरण न किया जाता सीधे बीटी कार्य किया गया है । वहभी अमानक तथा नियमानुसार रूलिंग एव कामपेक्शन का कार्य नहीं किया गया जिससे सड़क में जगह जगह गढ़ढे, असमान तल तथा पहली बारिश में ही उखड़ना प्रारंभ हो गया है
(4) चुनावी वर्ष होने के चलते तथा चुनावी लाभ के उद्देश्य से आनन फानन में उक्त सड़क का प्रारंभ दिखलाने की मंशा से संबंधित ठेकेदार से सीधे डीवाईडर के कार्य को प्रारम्भ कराया गया था जो कि ना सिर्फ गुणवत्ताहीन है अपितु डीवाईडर के मध्य बिन्दु को लेकर नगरवासियों में असंमजस तथा विवाद की स्थिति है तथा निर्मित डीवाईडर के लम्बाई, चौड़ाई व ऊँचाई में भिन्नता साफ प्रतीत होती है ।
(5) विभाग द्वारा निर्माण कार्य के प्रांरभ के दौरान बताया गया था कि सड़क के दोनों ओर ड्रेनेज सिस्टम, नाली निर्माण का कार्य किया जायेगा । परंतु वर्तमान में कुछ स्थानों पर नाली का निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया है । वह भी अमानक तथा निविदानुसार नहीं है। जिससे नगर के दूषित पानी की निकासी की व्यवस्था चरमरा गई है।
(6) उक्त सड़क निर्माण क्षेत्र में सम्पूर्ण नगर के छः जल आपूर्ति हेतु पुरानी तथाजल आवर्धन योजना अंतर्गत नव निर्मित पाईप लाईन स्थित है जिससे की नगर के उच्चक्षमता वाले जलागार में तथा नगर के सभी वार्डो में इन पाईप लाईनों के माध्यम से जलापूर्ति होती है । उक्त सड़क के निर्माण कार्य के पूर्व से स्थित सभी पाईप लाईन को व्यवस्थित तरीके से व्यवस्थापन कर सड़क का निर्माण किया जाना था जिससे कि शहर की पेयजल आपूर्ति व्यवस्था में किसी प्रकार का व्यवधान अथवा अवरोध या क्षति नहो। इसकी जानकारी अनेको बार विभाग के अधिकारियों को दिया गया है परंतु ऐसा न कर सीघे सड़क का निर्माण कार्य किया जा रहा है । जिससे पाईप लाईन के अनेक स्थानों पर टूटने फूटने तथा उक्त टूट फूट के कारण सड़क को भी नुकसान हो रहा है तथा भविष्य में भी भारी वाहनों के आवागमन से इस प्रकार की ट्रट फुट होते रहने की संभावना है जिससे आमजनों व शासन को अपार धन की हानि की आशंका है।
(7) अधिकारियों द्वारा तैयार किये गये डीपीआर में उक्त सड़क के निर्माण क्षेत्र की भौगोलिक संरचना को नजर अंदाज किया गया तथा ठेकेदार को लाभ पहुँचाने की नियत से प्रश्नाधीन सड़क के जीरो माईल एच.पी. पेट्रोल पंप, डॉ सराफ के सामने,कालेज चौराहा, सेन्ट्रल बैंक के सामने एवं इंडियन पेट्रोल पंप करियाटोला सहित अनेक स्थानो पर फिलिंग तथा ड्रेनेज़ का कार्य सडक निर्माण हेतू किया जाना था परतु ऐसा नहीं किये जाने के कारण उक्त स्थानों पर जल जमाव तथा आये दिन घटना – दुर्घटना हो रही है।
(8) संबंधित ठेकेदार द्वारा विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों से मिलीभगत कर सड़क के निर्माण में निर्धारित मापदंडों के विपरीत निजी लाभ की नियत से अमानक तथा गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जिससे उक्त सड़क जो वर्तमान में निर्मित है वह दो माह में ही जगह जगह से उखड़ने लगी है।
नगर के कॉलेज रोड पर भरी जल जमाव
नगर पंचायत डोंगरगांव द्वारा दूषित पानी के निकासी हेतु मुख्य मार्ग से कॉलेज रोड स्थित नहर तक 65 लाख की लागत से निर्मित ड्रेनेज़ सिस्टम में निजी लाभ के लिए संबंधित ठेकेदार व अधिकारियों ने मिली भगत कर अमानक तथा गुणवत्ताहीन निर्माणकार्य किया है । उक्त कार्य निविदा शर्तो तथा प्राक्कलंन के अनुरूप नहीं किया गया है। वहीं प्राक्कलंन में सक्षम अधिकारी के अनुमति के बिना ही परिवर्तन कर निर्माण कार्य किया गया है । नाली के निर्माण में जमीन के लेबल विशेष रूप से अप एवं डाऊन स्ट्रीम के लेबल में असमानता के चलते पानी डाऊन स्ट्रीम से अप दिशा की ओर उल्टा बहता है तथा शहर के पानी के निकासी भी उक्त नाली से नहीं हो रही है एवं प्रदृूषित पानी पुनः सेवताटोला तालाब में जा रही है । जो जनसमान्य के स्वास्थ्य पर असर डाल रहा है तथा नाली निर्माण में भारी भष्ट्राचार किया गया जो की पूर्णतः जांच का विषय है।