गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। -अंगना मां शिक्षा छत्तीसगढ़ राज्य की एक महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है जो शिक्षा के क्षेत्र में किया जा रहा है जैसे कि नाम से स्पष्ट है अंगना म शिक्षा अर्थात घर में ही माता द्वारा स्थानीय वस्तुओं के माध्यम से बच्चों को खेल-खेल में पठन-पाठन कराना कक्षा पहली व कक्षा दुसरी तक के बच्चों को घर पर ही माता द्वारा शिक्षा की न्यूनतम स्तर को बताने और घर पर सीखने यह मेला का आयोजन कर माताओं से जानकारी साझा किया गया। अंगना म शिक्षा कार्यक्रम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में बड़ा कदम है। शिक्षा में गुणवत्ता लाने का यह छत्तीसगढ़ शासन का बहुत ही सराहनीय और महत्वपूर्ण कदम है। जिसके तहत नई शिक्षा नीति के अनुरूप बुनियादी स्तर पर बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा दिया जाता है। अंगना म शिक्षा का उद्देश्य बच्चों की शिक्षा में माता की जागरूकता को बढ़ावा देना माता की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने माताओं का उन्मुखीकरण करने हेतु मेला का आयोजन किया गया। जिसमें नौ काउंटर बनाया गया सभी काउंटरों में अलग-अलग गतिविधियां कराया गया जैसे नामांकन व संकलन, शारीरिक व क्रियात्मक विकास, पेपर फोल्डिंग बौद्धिक विकास, भाषा विकास जिसमें चित्र वाचन व अक्षर शब्द अनुच्छेद पढ़ना, गणित की पूर्व तैयारी आकार पहचान व वस्तुओं को गीनना, अंक संख्या पहचान व जोड़ घटाव करना, अंतिम काउंटर में बच्चों का कोना- जिसमें रंग भरना चेहरे का भाव पहचाना व लिखना बताया गया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से ज्योति वर्मा, नीरा वर्मा, जामाबाई साहू, मीनाक्षी साहू, द्रोपती साहू, ममता मतवाले, सेवती साहू, रानू साहू, नीरा वर्मा, प्रधान पाठक जगन्नाथ धु्रव, शिक्षक घनश्याम कंवर, दुर्गेश विश्वकर्मा, लीलाराम मतावले, शिक्षक खोमन सिन्हा उपस्थित रहे।
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