फिंगेश्वर(गंगा प्रकाश) मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कांग्रेस के घोषणा पत्र आने के पहले ही की गई 17 घोषणाओं ने भाजपा को किसानों के आगे घुटने टेकने मजबूर किया। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए फिंगेश्वर जनपद पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा जगन्नाथ साहू ने कहा कि किसान विरोधी पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह मोदी की चाटुकारिता में किसान विरोधी मोदी को किसानों का मितान बताकर मितान जैसे पवित्र रिश्ता को अपमानित कर रहे है। छत्तीसगढ़ में मितान एक ऐसा रिश्ता है जो एक दूसरे के सुख और दुख में मजबूती के साथ खड़ा होता है और मोदी तो हमेशा किसानों के विरोध में काम किए है। असल में मोदी किसानों के नहीं बल्कि अडानी के मितान है क्यों प्रधानमंत्री की पद की शपथ लेने के बाद मोदी ने सिर्फ अडानी के हित में काम किया है। उन्होंने ने कहा कि मोदी अगर किसानों के मितान होते तो दिल्ली की सीमा में किसान 14 महीना तक भरी गर्मी, तेज बारिश, कड़ाके की ठंड में खेत खलिहान घर द्वार बचाने आंदोलन नहीं करते, 800 से अधिक किसानों को अपनी जान गवानी नहीं पड़ती। मोदी अडानी की मित्रता देश ही नहीं पूरी दुनिया में चर्चित है कि कैसे अडानी के फायदे के लिए भाजपा की केन्द्र एवं राज्य की सरकार लगी है। अडानी के हित में ही तो तीन काला कृषि कानून लाया गया था और किसानों को गुलाम बनाने का षडयंत्र रचा गया था। जिला पंचायत की सभापति श्रीमती मधुबाला रात्रे ने इस विषय पर कहा कि डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के किसान विरोधी चरित्र को छत्तीसगढ़ के किसान पहचानते है। ये वही रमन सिंह है जिन्होंने किसानों को धान की कीमत 2100 रू. प्रति क्विंटल और 300 रू. बोनस नहीं दिया। आदिवासी वर्ग को 10 लीटर दूध देने वाली जर्सी गाय और उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी नहीं दिया बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ते का वादा नहीं निभाया और प्रदेश की संपत्ति को बेचकर भ्रष्टाचार कमीशन खोरी किया। गरीबों के अनाज में डाका डाला गया। एक लाख करोड़ का घोटाला रमन सरकार में हुआ था और उस घोटाले में भाजपा के केन्द्रीय नेता भी शामिल थे।
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