Cgbrekings: गरियाबंद: जंगलों में पुलिस-नक्सली मुठभेड़, 8 लाख का इनामी डीव्हीसीएम योगेश ढेर
गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में एक बार फिर नक्सल विरोधी अभियान ने बड़ी सफलता दर्ज की है। सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच ग्राम मोतीपानी के पहाड़ी जंगलों में हुई मुठभेड़ में 8 लाख का इनामी नक्सली डीव्हीसीएम योगेश मारा गया। मुठभेड़ के बाद घटनास्थल से SLR राइफल, विस्फोटक सामग्री, पिट्ठू बैग, दवाइयां और अन्य नक्सली सामग्री बरामद की गई है।

कैसे हुआ ऑपरेशन?
गरियाबंद जिले के थाना जुगाड़ क्षेत्र में पुलिस को खुफिया सूचना मिली थी कि कुछ सशस्त्र नक्सली ग्राम मोतीपानी के जंगल में देखे गए हैं। सूचना की पुष्टि के बाद जिला बल की ई-30 यूनिट एवं सीआरपीएफ की संयुक्त टीम को सर्च ऑपरेशन के लिए रवाना किया गया।
दिनांक 02 मई 2025 की शाम लगभग 6 बजे, सुरक्षाबलों की टीम जब मोतीपानी जंगल के भीतर पहुंची, तभी नक्सलियों ने घात लगाकर फायरिंग शुरू कर दी। नक्सलियों की मंशा सुरक्षाबलों की हत्या कर हथियार लूटने की थी।
जवाब में सुरक्षाबलों ने भी तत्काल पोजीशन लेकर आत्मरक्षा में मुठभेड़ का सामना किया। करीब 30 मिनट तक गोलीबारी चली, जिसके बाद नक्सली जंगल-पहाड़ी की आड़ लेकर भाग खड़े हुए।
मारे गए नक्सली की पहचान और बरामद सामग्री
घटनास्थल की सघन सर्चिंग के दौरान एक नक्सली का शव बरामद किया गया, जिसकी पहचान योगेश उर्फ डीव्हीसीएम योगेश के रूप में हुई। वह नक्सल संगठन में DVCM (डिवीजनल कमांडर) के पद पर कार्यरत था और राज्य सरकार ने उस पर 8 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
सुरक्षाबलों को घटनास्थल से मिला:
- 1 नग ऑटोमैटिक हथियार (SLR राइफल)
- भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री (डेटोनेटर, वायर, बैटरी आदि)
- पिट्ठू बैग, जिसमें दैनिक उपयोग की वस्तुएं, दवाइयां, पर्चे और अन्य नक्सली दस्तावेज मिले
- आईईडी निर्माण में उपयोग होने वाली सामग्री
आगे की कार्रवाई और प्रभाव
बरामद शव और सामग्री को जिला मुख्यालय लाकर वैधानिक प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके अतिरिक्त, घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सघन सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है ताकि अन्य नक्सलियों को पकड़ा जा सके या उनके ठिकानों को उजागर किया जा सके।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि डीव्हीसीएम योगेश का मारा जाना गरियाबंद जिले के लिए एक बड़ी रणनीतिक सफलता है। इससे क्षेत्र में नक्सल गतिविधियों पर नियंत्रण पाने में बड़ी मदद मिलेगी।
नक्सल विरोधी अभियान जारी रहेगा
राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन की नक्सल उन्मूलन रणनीति के तहत इस प्रकार के अभियान आगे भी जारी रहेंगे। सुरक्षा बलों की सतर्कता, स्थानीय सहयोग और खुफिया सूचना के दम पर नक्सली नेटवर्क को लगातार कमजोर किया जा रहा है।