शिक्षकों के अनमोल विचारों से आलोकित हुआ आदर्श विद्यालय


छुरा (गंगा प्रकाश)। – हिन्दी दिवस के पावन अवसर पर छुरा संकुल के समस्त शालाओं और शिक्षकों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने के उद्देश्य से संकुल स्तरीय शैक्षिक संगोष्ठि एवं शिक्षक सम्मान समारोह का भव्य आयोजन आदर्श पूर्व माध्यमिक शाला छुरा प्रांगण पर संपन्न हुआ। नगर में अपनी तरह का यह पहला आयोजन था जिसमें छुरा संकुल के सभी शासकीय एवं निजी विद्यालय के शिक्षक एक साथ मंच साझा किए। सर्वप्रथम संकुल परिवार के सभी शिक्षकों ने एक साथ बोधि वृक्ष के तले स्नेह भोज ग्रहण किया। पश्चात स्काउट गाइड द्वारा हर्ष हर्ष जय के निनाद के साथ सभी शिक्षकों पर पुष्प वर्षा करते हुए मंचासीन किया गया। कार्यक्रम में बतौर अतिथि सहायक जिला कार्यक्रम अधिकारी योगेश पटेल, विकासखण्ड श्रोत समन्वयक हरीश देवांगन, प्राचार्य एन.सी. साहू, प्रधानपाठक निर्भय राम ठाकुर, चेतन दास कोसले, मुरारी राम देवांगन, बिंदु जार्ज जैकब, अनिता चंद्राकर, थनेश्वरी यादव मंचासीन थे। अतिथियों द्वारा मां बागदेवी एवं शिक्षक शिरोमणि पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की तैलीय चित्र पर पुष्प अर्पित कर पूजा अर्चना किया गया। तनुजा, सिद्धि, प्रियांशी, कोमेश्वरी द्वारा सरस्वती वंदना की गई। बच्चों ने मनमोहक नृत्य द्वारा अतिथियों का स्वागत किया। स्वागत अभिभाषण आश्रम अधीक्षक रोहित नेताम ने प्रस्तुत किया। एपीसी योगेश पटेल ने अपने उदगार में कहा कि शिक्षक असाधारण व्यक्तित्व के धनी होते हैं जो बच्चों को पालक की तरह दुलारते भी हैं और अनुशासन की डंडी से सुधारते भी है। बीआरसी हरीश देवांगन ने कहा कि गुरु सृष्टि के सृजनहार है। शिक्षक सामाजिक सरोकार, नैतिकता, ज्ञान के प्रकाश पुंज एवं ईश्वर के साक्षात अवतार हैं। प्राचार्य एन.सी. साहू ने गुरु महिमा का बखान करते हुए कहा कि गुरू, जीवन का आधार, मोक्ष का द्वार, श्रेष्ठ रचनाकार होते हैं। वरिष्ठ शिक्षक मुरारी राम देवांगन ने अपने 39 वर्षों के शिक्षकीय अनुभव को साझा करते हुए सरल, सहज रूप से बच्चों को विद्यालय से जोड़ने के गुर बताए। पूर्व एवं वर्तमान शिक्षा पद्धति पर अपने गूढ़ विचारों से समारोह को आलोकित किए। कार्यक्रम आयोजक, समन्वयक एवं नवाचारी शिक्षक शंकर लाल यदु ने हिन्दी दिवस पर काव्य कलश के माध्यम से विचार रखें। समन्वयक संतराम कंवर, शिक्षक देवनारायण यदु, प्रधानपाठक एन.आर. ठाकुर, सीडी कोसले, मोहनी गोस्वामी, जमीला खातून, अर्चना साहू, किशोर सिन्हा, मोहित सर, पीडी सर, थनेश्वरी यादव, आश्रम अधीक्षक गिरधारी लाल कुंभकार, सपना कंसारी, तुलेश्वरी कंवर, प्रेमवती ध्रुव, सालिक राम साहू ने भी अपने विचार रखते हुए शिक्षक को सृजन का मूल आधार कहा। कार्यक्रम का सफल संचालन शिक्षक अर्जुन धनंजय सिन्हा एवं आभार प्रदर्शन कुलेश्वर मरकाम ने किया। श्री रामचरितमानस ग्रंथ, स्कार्फ एवं कलम भेंटकर अतिथि सत्कार किया गया। जिला स्तर पर उत्कृष्ट प्रधानपाठक सम्मान से पुरस्कृत होने पर प्रधानपाठक निर्भय राम ठाकुर को सम्मानित किया गया। सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को सम्मान पत्र, कलम एवं पौधा भेंट की गई। समारोह के सफल आयोजन में संकुल प्रभारी एनसी साहू, समन्वयक शंकर लाल यदु, आश्रम अधीक्षकों, स्काउट गाइड एवं बाल संसद के पदाधिकारियो ने महत्वपूर्ण सहभागिता निभाई। कार्यक्रम में वरिष्ठ शिक्षक मदन लाल सेन, सुनीता देवांगन, यशोमती यदु, ईश्वर प्रसाद देवांगन, भुवनेश्वरी पटेल, मीना यादव, फलेंद्र ठाकुर, शीतल चंद्राकर, करुणा वर्मा, उमेश ढीढी, सुशील पांडे चंद्रभूषण निषाद, लोवित रत्नाकर, गंगा बंजारे सहित संकुल के सभी शिक्षकों का सम्मान किया गया