विजय साहू
लवन (गंगा प्रकाश)। कसडोल विधानसभा के ग्राम पंचायत तिल्दा में एक झोलाछाप डॉक्टर की मनमानी इतनी बढ़ गया है कि वह बिना डॉक्टरी डिग्री हासिल किये गॉव के भोलेभाले लोगों का इलाज कर दवा इंजेक्शन लगाने का मामला लगातार प्रकाश में आया है।उस झोलाछाप डॉक्टर का पूर्व में कलेक्टर बलौदाबाजार से लिखित शिकायत कर ग्रामीणों ने कार्रवाई की मांग किये गए थे जिससे भयभीत होकर वह झोलाछाप डॉक्टर अपनी दवा, इंजेक्शन पर्ची सभी को दूसरे के घर रखकर कुछ महीने के लिए लोगों का इलाज करना बंद कर दिया था लेकिन फिर उसकी मनमानी वर्तमान समय में दिखाई दे रहा है।जबकि ग्रामीणों का कहना है कि जब वह डॉक्टरी की डिग्री उचित इलाज का कोर्स नहीं किये हैं तो फिर ग्रामीणों के स्वास्थ्य के साथ लगातार खिलवाड़ क्यों किये जा रहे हैं।आपको बताते चलें कि तिल्दा का झोलाछाप डॉक्टर और कोई नहीं सूत्रों के मुताबिक गांव का वर्तमान सरपंच ही झोलाछाप डॉक्टर है जो गॉव के घर घर जाकर लोगों का अनाप शनाप बिना जानकारी के इलाज कर लोगों के स्वास्थ्य के साथ लगातार खिलवाड़ करते आ रहा है।यह झोलाछाप डॉक्टर कोरोना संकट कॉल के समय में भी लापरवाही पूर्वक मरीजों का इलाज करते रहा है, जिसकी शिकायत उस समय भी हुआ था लेकिन हर बार विभाग को चकमा देकर बचते आ रहा है इस बार इस झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ मीडिया कर्मियों एवं ग्रामीणों ने मोर्चा खोलने का मन बना लिया है।चुनाव के बाद इनके विरुद्ध आंदोलन की तैयारियां अंतिम चरण पर है।गॉव के ग्रामीणों ने नाम नहीं छापने की शर्तों पर बताया है कि तिल्दा का झोलाछाप डॉक्टर सुरेश्वर पैकरा का बहुत शिकायत है।पूर्व में कई ऐसे मरीज है जिनका इन्होंने लापरवाही पूर्वक इलाज किया था जो इनके लापरवाही का शिकार हो चुका है।ऐसे झोलाछाप डॉक्टर पर कानूनी शिकंजा कसने की वकालत गॉव के जागरूक ग्रामीण एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से मांग किये गए हैं।निश्चित ही इस झोलाछाप डॉक्टर की परत दर परत इनकी इलाज की कुंडली खंगाला जाए तो ऐसे बहुत सारे बेगुनाहो का सूची निकलकर सामने आएगा जो इनके लापरवाही एवं गलत इलाज के भेंट चढ़ गए होंगे?हमारी चैनल, हमारी अखबार, हमारी न्यूज़ पोर्टल साईट ,हमारे पत्रकार/संवाददाता इसकी पुष्टि नहीं करता कि वर्तमान सरपंचसुरेश्वर पैकरा झोलाछाप डॉक्टर है या उन्होंने किसका गलत इलाज किया और जिसके चलते इनके लापरवाही का भेंट चढ़ गया। सम्पूर्ण मामले पर रोशनी डालकर जाँच कार्यवाही कर उसकी वास्तविक तसवीर केवल जिला प्रशासन, एस डी एम ,थाना प्रभारी, बीएमओ ,की गठित टीम शिकायत के आधार पर जांच कार्रवाई किये जायेंगे तो शत प्रतिशत वास्तविक स्थितिया सभी के समक्ष आएगा ।फिलहाल तब तक झोलाछाप डॉक्टर पर जब तक जांच कार्रवाई रिपोर्ट विभागीय अधिकारियों द्वारा नहीं बनाई जाती तब तक ग्रामीणों के द्वारा लगाए आरोप को सही या गलत नहीं कहा जा सकता।वंही इस मामले पर सरपंच सुरेश्वर पैकरा ने विभिन्न न्यूज़ चैनल, विभिन्न अखबार ,पोर्टल साइट के रिपोर्टरो से चर्चा करते हुए कहा कि वह केवल ग्राम पंचायत तिल्दा का सरपंच है ,झोलाछाप डॉक्टरी पेशा से इनकार करते हुए कहा कि वह कभी भी किसी का गॉव में इलाज नहीं किया है।पशु चिकित्सक (ढोल)डॉक्टर विभाग की डिग्री बनवाने की बात मीडिया कर्मियों को बताया है।
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