गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। शिक्षक दिवस के रूप मे डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती गुरु शिष्य की परम्परा को आत्मसात करते हुए नगर सहित अंचल में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। नगर की जुपिटर पब्लिक स्कूल के संचालक जितेन्द्र साहू ने कहा कि गुरु ज्ञान का सागर होता है बिन गुरु ज्ञान अधूरा है हम गुरु के बिना शिक्षा की कल्पना भी नहीं कर सकते हम जो भी प्रत्यक्ष प्रत्यक्ष रूप से पाते हैं उसमें किसी न किसी गुरु का ही हाथ होता है गुरु ज्ञान का पुंज होता है जिसके माध्यम से हमारा व्यक्तित्व प्रकाशित होता है इसीलिए गुरु को भगवान से भी बढ़कर माना गया है क्योंकि शिक्षक शब्द से ही स्पष्ट है कि शिक्षक शिष्टाचार सीखाता है शिक्षक धैर्य मन होता है शिक्षक में क्षमा करने की ताकत होती है शिक्षक का उद्देश्य हमेशा अपने शिष्य को शिखर तक पहुंचाना होता है जिसमें शिष्य का संपूर्ण व्यक्तित्व विकास होता है शिक्षक खुद जलकर अपने शिष्य को प्रकाशित करता है। स्कूल में सभी छोटे बड़े बच्चे शिक्षकों के लिए उपहार के तौर पर पेन, डायरी, गुलदस्ते, फूल लेकर आये थे स्कूल में भी शिक्षकों द्वारा बच्चो को उपहार स्वरुप चॉकलेट देकर उनका उत्साहवर्धन किया।
There is no ads to display, Please add some




