CGNEWS:सड़क पर बिखरे थे 20,000 रुपये, लेकिन किस्मत से वहां पहुंची ‘ईमानदार जोड़ी’ – धमतरी पुलिस ने कर दिखाया कमाल!
कृष्णा कुमार दीवान
धमतरी(गंगा प्रकाश)। आज के दौर में जब हर रोज़ धोखाधड़ी और चोरी की खबरें सुर्खियां बनती हैं, ऐसे में छत्तीसगढ़ के धमतरी से आई ये खबर दिल को सुकून देती है और भरोसे को फिर से जिंदा कर देती है। जी हां, धमतरी पुलिस की हाईवे पेट्रोलिंग टीम के दो जांबाज जवानों ने वो कर दिखाया, जिसे देखकर हर कोई बोले—“वाकई! सलाम है ऐसे सिपाहियों को।”
हकीकत किसी फिल्मी सीन से कम नहीं!
आज सुबह हाईवे पेट्रोलिंग-02 में तैनात आरक्षक नैनदास बांधे और चालक आरक्षक शोएब अब्बासी आमातालाब रोड से गुजर रहे थे। तभी उनकी नजर पड़ी—सड़क पर चमचमाते नोटों की गड्डी पर! पास जाकर देखा तो पूरे 20,000 रुपये (200-200 के नोट)। मौका भी था, जगह भी… पर नीयत पाक-साफ थी।
न कोई कैमरा था, न कोई भीड़—but duty came first!
बिना देरी किए, दोनों जवानों ने नोटों को सुरक्षित किया और खोजबीन शुरू की—“किसका है ये पैसा?”। कुछ ही देर में पहुंचे टिकरापारा के नरेन्द्र गंगबीर, जिनका चेहरा टेंशन से पीला पड़ चुका था। बोले—“मेरे 20,000 रुपये रास्ते में गिर गए हैं!”
पूछताछ, पहचान और सही जवाबों के बाद पुलिस ने बिना किसी शर्त के पूरी रकम लौटा दी। एक आम आदमी के लिए ये सिर्फ पैसे नहीं थे—उसका सपना, मेहनत और जरूरत थी। और धमतरी पुलिस ने वो सब लौटा दिया… बिना कोई शोर मचाए।
सोशल मीडिया पर छा गए ‘धमतरी के दो रीयल हीरो’
इस इंसानियत भरे कदम की खबर जब वायरल हुई, तो लोग कहने लगे—“अगर ऐसे सिपाही हर गली-मोहल्ले में हों, तो इंसाफ दूर नहीं, बहुत पास है।” धमतरी एसपी ने भी इस ईमानदारी को सलाम किया है और दोनों जवानों को सम्मानित करने की बात कही है।
कहानी का निचोड़:
जहां दुनिया में हर कोई मौका तलाश रहा है फायदा उठाने का, वहीं धमतरी पुलिस ने दिखा दिया कि वर्दी सिर्फ ताकत नहीं—एक भरोसे का नाम है। सलाम है इस जोड़ी को, जिन्होंने सच्चाई की मशाल को सड़क के किनारे नहीं, सीधा दिलों में जला दिया!



