फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। प्रधानमंत्री ने अपने 73 वें जन्मदिन के अवसर पर विश्वकर्मा योजना शुरू की है। जिसमें विलुप्त होती पारंपरिक कामों के पुनः प्रारंभ होने को गति मिलेगी। भाजपा नेता सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी बोधनराम साहू ने कहा कि हमने पारंपरिक कामों को छोड़ दिया है और उसी पारंपरिक कामों को बढ़ावा देने के लिए ही पीएम विश्वकर्मा योजना प्रारंभ की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के शिल्पकारों और कारीगारों को सशक्त बनाने के लिए लगातार कार्य कर रहे है। शुरू हुई पीएम विश्वकर्मा योजना से न सिर्फ शिल्पकारों-कारीगारों का सम्मान बढ़ेगा बल्कि उनकी आजीविका के अवसर बढ़ेंगे और उनका भविष्य उज्जवल होगा। श्री साहू ने बताया कि इस योजना के तहत पारंपरिक कारीगारों और शिल्पकारों को आर्थिक सहायता दी जाएगी। योजना के पहले चरण में स्थानीय प्रशासन और बैंको के सहयोग से कामगारों को 5 प्रतिशत ब्याज दर से एक लाख रूपए का लोन मिलेगा। जिससे व्यवसाय के लिए जरूरी पूंजी की आवश्यकता पूरी होगी। उन्होंने बताया कि योजना के अंतर्गत कारीगरों और शिल्पकारों को ट्रेनिंग भी मिलेगी। योजना के तहत लाभार्थियों को टूलकिट और स्टाइपेंड भी दिए जाएंगे। भाजपा नेता बोधन राम साहू ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत और वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनाने के लिए हमारे कारीगारों एवं शिल्पकारों का सशक्त होना आवश्यक है। इस आवश्यकता को समझते हुए पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरूआत की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस योजना से न सिर्फ कारीगर अपना व्यवसाय बढ़ा सकेंगे बल्कि वे दूसरे लोगों को भी रोजगार देने में सक्षम बनेंगे। यह योजना कारीगारों के कौशल के सम्मान के साथ ही उनकी आमदनी को बढ़ाने का भी माध्यम बनेगी। बोधन राम साहू ने कहा कि केवल नौकरी से बेरोजगारी दूर नहीं की जा सकती है इसलिए स्वरोजगार योजनाओं का बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजना से न केवल कारीगारों का कौशल विकास होगा बल्कि उनके उत्पादों की मार्केटिंग विज्ञापन और निर्यात की व्यवस्था केन्द्र सरकार करेगी।
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