Cgnews:”फर्जी जियो टैगिंग, लाखों की हेराफेरी: आवास योजना में बड़ा खेल!”
कोरबा/पोड़ी उपरोड़ा (गंगा प्रकाश)। जनपद पंचायत पोड़ी उपरोड़ा अंतर्गत कई ग्राम पंचायतों में वर्षों से पदस्थ रोजगार सहायकों द्वारा मनरेगा और अन्य हितग्राहीमूलक योजनाओं को अवैध कमाई का जरिया बना लिया गया है। हितग्राहियों से योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर खुलेआम वसूली की जा रही है, जिसकी शिकायतें अब उजागर होने लगी हैं।
ऐतमानगर में 10 हजार तक की वसूली, जांच में दोषी पाया गया सहायक
ग्राम पंचायत ऐतमानगर के रोजगार सहायक चंद्र कुमार चुटैल के विरुद्ध लगातार शिकायतें सामने आ रही थीं। हितग्राहियों ने आरोप लगाया कि उनसे ₹2000 से ₹10,000 तक की राशि लेकर आवास योजना पास कराने का आश्वासन दिया जाता था। यह भी बताया गया कि विभागीय कार्यों में भी उसकी मनमानी चलती है और अधिकारी उसी के इशारे पर फाइलें आगे बढ़ाते हैं।
हाल ही में सुशासन तिहार शिविर में एक हितग्राही ने चुटैल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसकी जांच का जिम्मा प्रमोद कुमार भगत (सहायक विकास विस्तार अधिकारी) और टीएस मरावी (करारोपण अधिकारी) को सौंपा गया। सूत्रों के अनुसार, जांच में रोजगार सहायक प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है और शीघ्र ही उस पर कार्रवाई हो सकती है।
सिंघिया में फर्जी जियो टैगिंग से 1.20 लाख की हेराफेरी
वहीं, ग्राम पंचायत सिंघिया में पदस्थ रोजगार सहायक मदन आंडिल द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बिना निर्माण किए फर्जी जियो टैगिंग कर ₹1.20 लाख की राशि आहरित करने का मामला सामने आया है। खुलासा होने के बाद आनन-फानन में एक 7×8 फीट का कमरा निर्माण कर औपचारिकता पूरी की जा रही है। हैरानी की बात यह है कि इस गंभीर अनियमितता पर अब तक किसी भी अधिकारी ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।
अन्य पंचायतों में भी गहराया संदेह, व्यापक जांच की मांग
ऐतमानगर और सिंघिया की घटनाएं इस बात की पुष्टि करती हैं कि जनपद के कई पंचायतों में वर्षों से जमे रोजगार सहायकों ने योजनाओं की आड़ में अवैध वसूली का नेटवर्क खड़ा कर लिया है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यदि निष्पक्ष जांच की जाए, तो ऐसे कई और मामले सामने आ सकते हैं।
निष्कर्ष:
इन घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि शासन की जनकल्याणकारी योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही हैं। अब देखना यह है कि प्रशासन इन आरोपों पर कितना गंभीरता से कदम उठाता है और दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है।