गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े धान संग्रहण केन्द्र कुन्डेलभाठा के मजदूरों को पिछले 2 माह का पारिश्रमिक एवं जनवरी 2024 से पी. एफ. की राशि नहीं जमा किए जाने का मामला अधिकारियों द्वारा बार बार ठेकेदार का पक्ष लेते हुए समय दिए जाने से हल नहीं होने से वहां काम कर रहे 49 मजदूरों का रोष आंदोलन का रूप ले सकता है। इससे कुन्डेलभाठा में समर्थन मूल्य में खरीदे गए लाखों क्विंटल धान जिसकी कीमत करोड़ो में है की सुरक्षा एवं रख रखाव में लापरवाही का खामिजना छ.ग. सरकार को करोड़ो रूपयों के नुकसान के रूप में भुगतना पड़ सकता है। कुन्डेलभाठा के श्रमिकों ने बताया कि 25 जून को कलेक्टर गरियाबंद के जनदर्शन में शिकायत करने पर डीएमओ गरियाबंद ने 2 दिन में भुगतान करने की बात कही। भुगतान न होने पर 07 जुलाई को श्रमिकों ने विकासखंड के ग्राम जोगीडीपा प्रवास पर आए राजिम विधायक रोहित साहू के समक्ष गुहार लगाई। तब विधायक ने डीएमओ अमित चंद्राकर से बात की तब श्री चंद्र्राकर ने 4 दिन में मजदूरों की समस्या पूरी करने की बात कहीं। उसके बाद 10 जुलाई को समाचार पत्र में इस संबंध में समाचार प्रकाशित होने पर जिला विपणन अधिकारी द्वारा ठेकेदार को 3 दिन में भुगतान करने का नोटिस जारी किया था अन्यथा ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेट करने की चेतावनी दी थी। श्रमिक संघ के अध्यक्ष लोमश यादव ने बताया कि आज 13 जुलाई तक हमारी समस्या का समाधान न होने से श्रमिकों का रोष काफी बढ़ गया है। इस बारे में डीएमओ अमित चंद्राकर ने आज पूछे जाने पर कहा कि ठेकेदार को मजदूरों का भुगतान करने नोटिस दिया गया था। परंतु अब तक भुगतान न होने से उन्हें दूसरी और तीसरी नोटिस दी जाकर ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेट करने कलेक्टर महोदय से सिफारिश करेंगे। यहां यह बताना काफी जरूरी है कि अधिकारियों द्वारा ठेकेदार के साथ काफी रियायत करते हुए प्रतिमाह पारिश्रमिक हेतु दबाव नही किया जाता। जब मजदूर नोटिस देते है, प्रदर्शन करते है तब अधिकारी अधूरे मन से ठेकेदारों से श्रमिक का भुगतान करवाते है। गतवर्ष भी मजदूरों द्वारा हड़ताल कर काम बंद कर प्रदर्शन किया गया था तब उन्हें भुगतान दिया गया। श्रमिकों की समस्या को देखते हुए प्रतिमाह भुगतान हेतु प्रशासन को सतर्क रहना चाहिए। कुन्डेलभाठा में मजदूरों के असहयोग, आंदोलन अथवा आक्रोश से कभी भी गंभीर घटना से इंकार नहीं किया जा सकता।
वर्शन –
दीपक कुमार अग्रवाल, जिलाधीश गरियाबंद
मैंने पूर्व में जिला विपणन अधिकारी को मजदूरों को भुगतान हेतु कहा था तो उन्होंने 2 दिन में भुगतान हो जाएगा कहा था अभी तक कैसे नहीं हुआ इसके बारे में पूछता हूॅ। और जल्द से जल्द मजदूरों को उनका पारिश्रमिक मिलेगा