Cgnews: ऑपरेशन सिंदूर की गूंज गरियाबंद तक: तिरंगा चौक पर देशभक्ति का ज्वार, गफ्फू मेमन के नेतृत्व में आतिशबाजी और श्रद्धांजलि कार्यक्रम
गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की निर्मम हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। यह हमला न सिर्फ एक कायराना हरकत थी, बल्कि मानवता के खिलाफ घिनौना अपराध भी था। लेकिन भारत ने इस बार चुप्पी नहीं साधी—बल्कि आतंक को उसी की भाषा में करारा जवाब दिया।

सोमवार देर रात 1:44 बजे भारतीय सशस्त्र बलों ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद आतंकियों के 9 ठिकानों पर एक साथ हमला कर उन्हें ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई न सिर्फ रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण थी, बल्कि यह एक स्पष्ट संदेश था—भारत अब हर शहादत का जवाब देगा।
गरियाबंद में देशभक्ति का माहौल, तिरंगा चौक पर जनसैलाब
इस बड़ी सैन्य सफलता के बाद पूरे देश में जश्न का माहौल देखने को मिला, और गरियाबंद भी इस गर्व की भावना से अछूता नहीं रहा। मंगलवार को शहर के हृदयस्थल तिरंगा चौक पर भारी संख्या में लोग एकत्र हुए। आयोजन का नेतृत्व पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष गफ्फू मेमन ने किया।
गफ्फू मेमन हाथ में तिरंगा लिए सबसे आगे चल रहे थे। उनके साथ युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों ने मिलकर भारत माता की जय के नारे लगाए, जोरदार आतिशबाजी की और मिठाइयाँ बाँटकर सेना की वीरता को सलाम किया।
गफ्फू मेमन ने कहा: “ये न्याय का प्रहार था, केवल जवाब नहीं”
पूर्व अध्यक्ष गफ्फू मेमन ने मंच से संबोधित करते हुए कहा:
“यह सिर्फ एक सैन्य ऑपरेशन नहीं था, यह न्याय का प्रहार था। उन 26 मासूमों की चीखें अब सिर्फ आँसू नहीं रहीं, वह बदले की चिंगारी बन चुकी थीं। ऑपरेशन सिंदूर ने दिखा दिया कि भारत अब सिर्फ सोचता नहीं, करारा एक्शन करता है। बहावलपुर, मुजफ्फराबाद, मुरीदके – अब ये नाम बर्बादी के प्रतीक हैं।”
उन्होंने कहा कि यह “नया भारत” है, जो आँख में आँख डालकर जवाब देना जानता है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय सेना को गरियाबंद की ओर से शत-शत नमन अर्पित किया।
जनसामान्य की भावनाएँ भी उमड़ीं
इस आयोजन में बच्चों ने भारत माता के चित्र बनाए, युवाओं ने झंडा लहराते हुए देशभक्ति गीतों पर उत्साह दिखाया, और महिलाओं ने दीप जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। पूरा वातावरण गर्व, आस्था और वीरता के भाव से ओतप्रोत हो गया।
प्रेस क्लब अध्यक्ष ज्ञानेश तिवारी ने कहा:
“भारतीय सेना ने फिर सिद्ध किया है कि हम वह देश हैं जो दुश्मन को उसके घर में घुसकर जवाब देता है। ऑपरेशन सिंदूर ने न सिर्फ आतंक के ठिकानों को नेस्तनाबूद किया, बल्कि हर भारतीय के आत्मविश्वास को और मजबूत किया है।”
उपस्थित गणमान्य नागरिक:
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नगरवासी उपस्थित रहे। प्रमुख लोगों में शामिल रहे:
- पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार (गफ्फू) मेमन
- भाजपा मंडल अध्यक्ष सुमित पारख
- नगर पालिका उपाध्याय आसिफ मेमन
- चेंबर अध्यक्ष प्रकाश चंद रोहरा
- किराना व्यापारी संघ अध्यक्ष हरीश ठक्कर
- जनरल व्यापारी संघ अध्यक्ष अजय दासवानी
- पूर्व उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सोनटेके
- सभापति सूरज सिन्हा
- पार्षद छगन यादव, पुष्पा साहू, मधु देवांगन
- पत्रकार एवं साहित्यकार ज्ञानेश तिवारी
सामाजिक कार्यकर्ता ललित पारख, लीलेश पारख, मनीष पारख, सागर मयाणी, विष्णु मरकाम, दीपक सर्वैय्या, नितेश ठक्कर, विकास रोहरा, प्रदीप लांबे, मुकेश मिश्रा, अमित ठक्कर, सलीम मेमन, अमित वखारिया, प्रकाश सोनी, प्रहलाद यादव और अन्य अनेक गणमान्य नागरिक।
निष्कर्ष:
“ऑपरेशन सिंदूर” ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को नया मोड़ दिया है। गरियाबंद की जनता ने एक स्वर में कहा—अब भारत सहन नहीं करता, सटीक वार करता है। और यह बदलते भारत की नई तस्वीर है—आत्मसम्मान, सामर्थ्य और सजगता की प्रतीक।