भैरवी साधको ने तपती धूप में किया तप

गरियाबंद/राजिम (गंगा प्रकाश)। राजिम कुंभ कल्प में आये भैरवी साधिको ने संत समागम स्थल पर तपती हुई धूप में अपने पंथ के सिद्धांत और नियमों का पालन करते हुए दोपहर की तपती हुई धूप मे अपने इष्ट का ध्यान करते हुए जप-तप करते हुए साधना में तल्लीन रहे। सिद्धी प्राप्ति के उद्देश्य से की जाने वाली साधना के कठोर नियम होते है। उन नियमों का पालन करते हुए साधक अपनी सिद्धी की ओर अग्रसर होते है। साधक अपने गुरु के मार्गदर्शन और संरक्षण में साधना के नियमों का पालन करते हुए सिद्धि को प्राप्त करते है। साधना के कई नियम और सिद्धांत तथा पूजा पद्धति होती है जो प्राप्त की जाने वाली सिद्धियों के अनुरूप होती है, जो सात्विक और तामसिक दोनों प्रकार की होती है। ये विद्याएं पंथ सम्प्रदाय के अनुरूप उनके अलग-अलग पूजा पद्धतियां होती है।