मानव श्रृंखला बनाकर मतदाताओं को किया जागरुक

योग साधक, गांव गांव जाकर कर रहें हैं लोगों को प्रेरित

छुरा (गंगा प्रकाश)। भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतान्त्रिक गणराज्य है। आम नागरिक अपने मताधिकार के प्रयोग से अपना नेता स्वयं चुनते हैं। छत्तीसगढ़ में पहली बार नगरीय निर्वाचन एवं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव एक साथ आयोजित की गई है। पंचायत चुनाव को देखते हुए लोगों को अपने मताधिकार के प्रयोग हेतु जागरुक करने का महत्त्वपूर्ण कार्य योग प्रशिक्षकगण कर रहें हैं। आयुष ग्राम खड़मा में शिविर लगाकर लोगों को जीवन जीने की कला सिखाई गई। पश्चात् मतदाता जागरूकता रैली निकाली गई एवं मानव श्रृंखला बनाकर शतप्रतिशत मतदान हेतु प्रेरित किया गया। श्री राघवेन्द्र मानस संघ अध्यक्ष योग प्रशिक्षक जागेश्वर ध्रुव, छत्तीसगढ़ योग आयोग के राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स शंकर लाल यदु, हेमलाल पटेल और अर्जुन धनंजय सिन्हा द्वारा अष्टांग योग की बारीकियों से अवगत कराया गया। सफल प्रसूति के लिए विख्यात डॉ. महावीर बरगाह ने बच्चों को अवस्था परिवर्तन से होने वाले शारीरिक और मानसिक बदलाव के बारे में विस्तार से जानकारी दिए। मानव शरीर रचना विज्ञान को भी समझाते हुए योग एवं व्यायाम की महत्ता पर प्रकाश डाला। योग सत्र की शुरूआत इंटरनेशनल धावक जागेश्वर ध्रुव ने यौगिक जागिंग, सूक्ष्म व्यायाम के अभ्यास से की। पाचन शक्ति को दुरुस्त करने हेतु दिन की शुरूआत ऊषापान और टीटीके से करने की सीख दिए। स्काउट मास्टर योगविद् अर्जुन धनंजय सिन्हा ने विभिन्न प्रकार की तालियों के माध्यम से शारीरिक, मानसिक व्याधियों को दूर करने एवं ऊर्जावान रहने का तरीका सिखाया। मर्म चिकित्सा, मुद्रा बंध के बारे में भी जानकारी दिए। मंत्रो के साथ सूर्य नमस्कार कराते हुए उनके फायदों से अवगत कराया गया। उन्होंने गीतों और नारों के माध्यम से ग्रामवासियों को अनिवार्य रूप से मतदान करने की अपील किए। योगाचार्य शंकर लाल यदु ने गीत संगीत के साथ नृत्य योग कराया। उन्होंने कहा कि मोबाईल फोन के बढ़ते उपयोग से युवा शक्ति मानसिक रोग को आमंत्रित कर रहे हैं। नेत्र ज्योति क्षीण हो रहा है। युवाओं में चिड़चिड़ापन, तनाव जैसे अनेक रोगों से ग्रस्त होते जा रहे हैं। योग प्रशिक्षक हेमलाल पटेल ने यज्ञ महिमा बताते हुए कहा कि प्रकृति से जुड़कर रहने से ही हम स्वस्थ रह सकते हैं। तली, भुनी, मसालेदार, जंक फूड से दूर रहने की बात कही। शिविर उपरांत योग साधकों एवं ग्रामवासियों ने रैली निकालकर लोगों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने हेतु प्रेरित किया। जगेंगे और जगाएंगे वोट डालने जाएंगे, उम्र 18 वर्ष पूरी है वोट डालना जरूरी है, वोट डालने जाना है अपना फर्ज निभाना है, जन-जन का यह नारा है मतदान अधिकार हमारा है, छोड़ो अपने सारे काम पहले चलो करें मतदान, लोकतंत्र में हिस्सेदारी हम सब की है जिम्मेदारी जैसे प्रेरक नारों के साथ योग मनीषियों ने मतदाताओं को अनिवार्य रूप से मतदान करने का आह्वान किया। मज़बूत लोकतंत्र के लिए जरूरी है कि मतदाताओं को निर्वाचन प्रक्रिया की पूरी जानकारी हो और उसमें उनकी सक्रिय सहभागिता हो। हमें अपने मताधिकार के महत्व को समझना होगा। मतदान केवल अधिकार नहीं बल्कि यह कर्तव्य भी है। मतदान लोकतंत्र का अभिन्न हिस्सा है। यह नागरिकों का अधिकार है जिससे हम अपने गांव, नगर, जनपद, जिला के सशक्त नेतृत्व का चुनाव करेंगे। मतदान हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी है। मतदान केवल निर्वाचन प्रक्रिया का हिस्सा नहीं बल्कि यह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का शक्तिशाली माध्यम है। हमें समझना होगा कि हर वोट महत्वपूर्ण है और हमारे एक वोट से ही मजबूत लोकतंत्र की स्थापना होगी। हॉस्टल अधीक्षक लोमस ध्रुव, समन्वयक बालकृष्ण छेदैय्या, शिक्षक देवशरण साहू, ग्राम समिति अध्यक्ष लक्ष्मीदास सोनवानी, कोटवार इंद्रजीत नंदे, खगेश्वर, कचरू राम, सुभाष यादव, गौरव नंदे, रिखीराम साहू, प्रीतम, चिरंजीव, गुलशन, मोहन, सुखदेव, भागवत, लालसिंग, संजय, दुष्यंत, गोविंद, गोपाल, लक्ष्यजीत, गीतेश, भास्कर आदि ने योगाभ्यास का लाभ उठाया और ग्रामवासियों को शतप्रतिशत मतदान हेतु प्रेरित किया।
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