Cgnews:“रायगढ़ में सड़क पर बिखरे सपने: दर्दनाक हादसे में महिला की मौत, हमीरपुर में फूटा जनआक्रोश, पूरे इलाके में तनाव!”
रायगढ़ (गंगा प्रकाश)। रायगढ़ जिले के सम्बलपुरी रोड स्थित पूजा ढाबा के समीप मंगलवार की सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। हमीरपुर से रायगढ़ की ओर जा रहे एक दंपत्ति की गाड़ी अनियंत्रित होकर एक तेज रफ्तार वाहन से टकरा गई, जिससे मौके पर ही महिला की मौत हो गई। मृतका की पहचान पुष्पा मेहर, निवासी हमीरपुर (तमनार) के रूप में हुई है। पुष्पा अपने मायके जा रही थीं, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। वहीं उनके पति चमारा मेहर इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और उन्हें आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनकी हालत चिंताजनक बताई जा रही है।

संवेदनहीनता या सिस्टम की विफलता?
घटना में शामिल वाहन का नंबर CG 13 LA 6055 बताया जा रहा है, जो मौके से फरार हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वाहन की रफ्तार काफी तेज थी और चालक ने नियंत्रण खो दिया था। हादसे की भयावहता ऐसी थी कि आसपास के लोग सिहर उठे।
हमीरपुर में आक्रोश की आग
जैसे ही खबर हमीरपुर गांव पहुँची, ग्रामीणों में गुस्से की लहर दौड़ गई। आक्रोशित ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग पर चक्का जाम कर दिया और जमकर नारेबाज़ी की। “हादसे पर प्रशासन मौन क्यों?”, “कब तक हम यूँ ही मरते रहेंगे?” जैसे सवालों के साथ लोग सड़क पर उतर आए। सूत्रों के अनुसार, हमीरपुर क्षेत्र में भी कई जगहों पर तनाव व्याप्त है और हालात बिगड़ने की आशंका बनी हुई है।
प्रशासन की दौड़भाग, लेकिन भरोसे की कमी
घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने-बुझाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ग्रामीणों की मांगें साफ़ हैं —
- दोषी वाहन चालक की तुरंत गिरफ्तारी
- पीड़ित परिवार को मुआवज़ा और सरकारी सहायता
- सम्बलपुरी रोड पर स्पीड ब्रेकर और चेतावनी संकेत लगाने की माँग
शांति की अपील, लेकिन लोगों का धैर्य जवाब दे रहा है
एसडीएम और थाना प्रभारी ने शांति बनाए रखने की अपील की है, लेकिन लोग अब सिर्फ़ अपील नहीं, ठोस कार्रवाई चाहते हैं। “हर हादसे के बाद सिर्फ़ बयान आते हैं, इंसाफ़ नहीं,” — यह कहना है एक बुजुर्ग ग्रामीण का, जो पुष्पा मेहर को अपनी बेटी जैसा मानते थे।
सवालों के घेरे में सिस्टम
- आखिर कब थमेगा तेज रफ्तार वाहनों का कहर?
- प्रशासन की ओर से सड़क सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?
- पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए क्या योजनाएं हैं?
हमारी अपील:
यह केवल एक सड़क दुर्घटना नहीं, बल्कि एक सिस्टम की गहरी असफलता है। आज पुष्पा मेहर गईं, कल कोई और जा सकता है। वक्त आ गया है कि लोग जागें और जिम्मेदार एजेंसियों से सवाल करें।