
जगदलपुर (गंगा प्रकाश)। बस्तर जिला जगदलपुर में उप पुलिस महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा के नेतृत्व में बस्तर पुलिस द्वारा आपराधिक तत्वों के विरूद्ध लगातार कार्यवाही किया जा रहा है। इसी के तहत टेलीफोनिक फ्रॉड के बढते मामलों को देखते हुए उप पुलिस महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा एवं उप पुलिस अधीक्षक, नोडल सायबर सेल, गीतिका साहू के द्वारा टेलीफोनिक फ्रॉड के मामलों के दृष्टिगत विशेष रूचि लेकर सायबर सेल के माध्यम से अभियान चलाया जा रहा है। इसी तारतम्य में सायबर फ्रॉड अन्तर्गत एक अपराधिक प्रकरण जिसमें इलेक्ट्रीक मोटर व्हीकल की डिलरशीप दिलाने के नाम पर ऑनलाईन ठगी करने वाले आरोपी पर कार्यवाही करने में बस्तर पुलिस को सफलता मिली है।
इलेक्ट्रानिक मोटर व्हीकल डिलरशीप के नाम पर किया गया ठगी
जून 2022 में मामले के प्रार्थी आशीष अग्रवाल को अज्ञात आरोपी द्वारा मोबाईल फोन के माध्यम से कॉल करके इलेक्ट्रिक मोटर सायकल के डिलरशीप दिलाने का झांसा देकर प्रार्थी आशीष अग्रवाल के माध्यम से अपने खाते में अलग-अलग समय में 9,30,500ध्-रूपये जमा कराकर ठगी किया गया था। घटना के संबंध में प्रार्थी आशीष अग्रवाल के रिपोर्ट पर संबंधित कॉलर मोबाईल धारक एवं खाता धारक के विरुद्ध थाना कोतवाली में ठगी (धारा 420 भादवि0, 66-सी, 66-डी आई0टी0 एक्ट) का अपराध पंजीबद्ध कर अनुसंधान में लिया गया। दौरान अनुसंधान के मामले में आरोपी के बैंक खातो के विश्लेषण एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर संदेही के उपस्थिति की जानकारी जिला नालंदा बिहार में मिलने पर निरीक्षक दिनेश यादव के नेतृत्व में टीम गठित कर, बिहार रवाना किया गया था। उक्त टीम के द्वारा पटना सें संदेह के आधार पर एक व्यक्ति को घेराबंदी कर पकड़ा गया। जिससे पूछताछ करने पर अपना नाम-शशिकांत प्रसाद निवासी जिला नालंदा (बिहार) का होना बताया। जिससे पुछताछ करने पर उसकेे द्वारा प्रार्थी आशीष अग्रवाल को मोबाईल फोन के माध्यम से इलेक्ट्रिक मोटर सायकल के डिलरशीप दिलाने का झांसा देकर 9,30,500 रूपये की ठगी करना स्वीकार किया। आरोपी को बिहार से गिरफ्तार कर, जगदलपुर लाया गया जिसे रिमांड पर न्यायालय भेजा गया है।
तरीका वारदातः-
मामले के आरोपी शशिकांत प्रसाद जो मुलतः बिहार नालंदा का निवासी है। जिससे पुछताछ पर बताया कि इसके द्वारा मोबाईल फोन के माध्यम से इलेक्ट्रिक मोटर सायकल के डीलरशीप, अन्य कम्पनियो के फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर प्रार्थी से बातचीत कर उन्हे अपने झांसे में लिया और कम्पनी के प्रोसेसिंग फीस, रजिस्ट्रशन फीस, वाहनो का परिवहन एवं अन्य प्रक्रियाओ का हवाला देकर प्रार्थी से जून 2022 में 9,30,500@- रूपये अपने खाते में जमा करवाकर ठगी करना स्वीकार किया है।
बरामद सम्पत्ति
1. मोबाईल -10 नग, 2. एटीएम कार्ड – 44 नग, 3. पासबुक – 24 नग, 4. सिमकार्ड -48 नग, 5. पेनकार्ड – 35 नग, 6. नगद राशि – 30,000@-रूपये
बस्तर पुलिस की अपील-
मोटर सायकल या अन्य सामानों की फ्रेन्चाईजी अथवा एजेंसी दिलाने के नाम पर किसी भी व्यक्ति को अपनी जानकारी साझा ना करे और ना ही उसे कोई रूपये भेजे
नौकरी दिलाने के नाम पर लोक लुभावने ऑफर से सावधान रहें। नौकरी दिलाने के नाम पर किसी भी व्यक्ति को रूपये पैसे ना दे।
ज्ञल्ब् अपडेट करने के नाम पर किसी भी व्यक्ति को अपने व्यक्तिगत जानकारी अथवा बैंक खाते की जानकारी ना दें।
लोन दिलाने,लॉटरी लगने, कम दर पर सामान उपलब्ध होने, बिजली बिल भुगतान करने एवं अन्य लोक लुभावने ऑफर हेतु मैसेज जिसमें लिंक क्लिक करने के लिये बोला जाता है एैसे लिंक को क्लिक ना करें।
महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले अधिकारी –
निरीक्षक -एमन साहू,दिनेश यादव, जितेन्द्र कोसले, उपनिरी.- अमित सिदार, संजय वट्टी, सहा.उपनिरी.-नीलाम्बर नाग, प्र.आर. – नकुल कश्यप, मौसम गुप्ता, लोमेश दीवान, आरक्षक – गौतम सिन्हा, धर्मेन्द्र ठाकुर, पीतवास आचार्य ,दीपक कुमार ।