
अरविन्द तिवारी
जांजगीर चांपा/बम्हनीनडीह (गंगा प्रकाश) – किसी भी काम को आप ठानकर करो कि लक्ष्य पाना है मतलब पाना है , तभी सफलता मिलेगी। आप सबसे पहले अपना लक्ष्य निर्धारित करें , लक्ष्य को ध्यान में रखके नियंत्रित मन से दृढ़ संकल्प के साथ काम करें तो काम पहले से बेहतर करते चले जायेंगे और अंत में आपको सफलता अवश्य मिलेगी।
उक्त बातें इंटरनेशनल रेसलिंग विजेता द लायन प्रतीक तिवारी ने आज छग शासन के खेल एवं युवा कल्याण के दिशा निर्देशानुसार खेल मैदान बीईओ कार्यालय के पास बम्हनीनडीह में आयोजित छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2022-23 के शुभारंभ के अवसर पर खिलाड़ी छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुये कही। रेसलर प्रतीक ने भारत माता की जय के साथ अपना संबोधन शुरू करते हुये खिलाड़ियों से कहा कि जिस जगह पर आज आप सभी खिलाड़ी खड़े हैं , उसी जगह से मैं भी ऊपर उठा हुआ हूं। इसी जिले का अमोरा ( महंत) मेरा गांव है , वो मिट्टी आज भी मेरे रग – रग में बसी हुई है जिसे मैं कभी भूल नहीं सकता। उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के माध्यम से आज छत्तीसगढ़ी गेम को नई स्तर पर लाया जा रहा है , इसके लिये मैं छत्तीसगढ़ सरकार को बहुत बहुत धन्यवाद देता हूं। यहां सभी टीम अपने – अपने क्षेत्र में कड़ी मेहनत कर रहे हैं, उन सभी को मैं दिल से प्रणाम करता हूं। रेसलर ने पागल शब्द का अर्थ बताते हुये कहा – पा से पाने वाला / ग – से गतिशील और ल से – लक्ष्य। यानि जो अपने लक्ष्य को पाने में गतिशील होता है लोग उसे पागल कहते हैं। आप भी ऐसा काम करें ताकि लोग ये कहने पर मजबूर हो जायें कि देखो पागल आ रहा है।
छत्तीसगढ़ी खेलों को जीवंत रखना अनिवार्य – ऊरेती
जनपद पंचायत कार्यपालन अधिकारी कुबेर सिंह ऊरेती ने कहा कि खेल हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। किताबी ज्ञान के साथ – साथ हमारे लिये खेल भी आवश्यक है। प्रतिभागियों को मंच प्रदान करने , खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ाने व खेल भावना का विकास करने के लिये छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गांव से लेकर राज्य स्तर तक छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया है। बम्हनीनडीह विकासखंड के खेल ग्राउंड में महिला – पुरुष सभी प्रतिभागी उत्साह और उमंग के साथ हिस्सा ले रहे हैं।मुख्यमंत्री और कलेक्टर साहब के मंशानुरूप छत्तीसगढ़िया ओलंपिक को आठ जोन में बांटा गया है। ग्राम और जोन के बाद अब विकासखंड स्तर पर यह खेल आयोजित है जो 09 नवंबर तक चलेगा। इसमें 14 विधाये हैं जिन्हें तीन वर्गों में विभाजित किया गया है। इस कार्यक्रम में रेसलर प्रतीक तिवारी और पर्वतारोही अमिता श्रीवास भी शामिल हुई , जिनका बहुत बहुत आभार। उन्होंने खिलाड़ियों को शुभकामनायें देते हुये कहा कि छत्तीसगढ़ी खेलों को जीवंत बनाये रखना अनिवार्य है।
हार – जीत मायने नहीं रखती – अमिता
पर्वतारोही अमिता श्रीवास ने कहा कि खेल में हार या जीत मायने नहीं रखती। उन्होंने भी खिलाड़ियों को अपनी शुभकामनायें देते हुये कहा कि वे खेल भावना से खेलें तो खेल प्रतिभा उभरकर निश्चित रूप से सामने आयेंगी। इस कार्यक्रम को जनपद पंचायत प्रतिनिधि बालेश्वर साहू , नोडल अधिकारी एवम् कार्यक्रम समन्वयक परमेश्वर स्वर्णकार , जनपद पंचायत शिक्षाधिकारी बम्हनीडीह महेंन्द्र धर दीवान , उप-शिक्षाधिकारी हिमांशु मिश्रा ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम की शुरुआत सभी अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की पूजा अर्चना एवं राजगीत अरपा पैरी के धार के गान से हुई। खेल की शुरुआत से पहले सभी को खेल भावना से खेल खेलने का शपथ दिलाया गया। वहीं प्रतीकात्मक मैच के रूप में शासन के शासकीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के मध्य खेला गया , जिसमें दोनों पक्ष बराबरी पर रहे। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक मैच के शुभारंभ बेला में छत्तीसगढ़िया खेल पिट्टूल के लिये चोरियां और ग्राम झरना ग्राम के बालिकाओं के मध्य मैच खेला गया। उसके बाद संखली , खो खो , पुरुष और महिला वर्ग ,भौरा ,बिल्लस ,लम्बी कूद ,गेड़ी दौड़ , कब्बड्डी , गेड़ी चढ़कर एवं भौरा , बांटी, रस्सा-कसी खेलकर किया गया। वहीं कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों द्वारा रेसलर प्रतीक तिवारी एवं पर्वतारोही अमिता श्रीवास को माल्यार्पण एवं शील्ड प्रदान कर सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम स्थल पर शिक्षक शिक्षिकाओं सहित खिलाड़ी छात्र छात्रायें भी रेसलर प्रतीक तिवारी के साथ सेल्फी लेते नजर आये। प्रतीक द्वारा सहज भाव से सभी के साथ स्वयं सेल्फी देने से सभी अभिभूत हो गये। कार्यक्रम में जनपद पंचायत उपाध्यक्ष बाबाराम , सहायक शिक्षक समन्वयक फुटबॉल डड़सेना , कार्यक्रम संचालक बसंत चतुर्वेदी , शिक्षक मोतीराम अंचल , जीवन यादव , लीना एक्का , चुन्नी सिंह मरकाम , अशोक राठौर , उमेश तेंदुलकर , दुर्गा प्रसाद डड़सेना , धर्मदास मानिकपुरी , रामबाबू राठौर , शिव पटेल ,जोन प्रभारी कन्नौंद के० एस० यादव , जोन प्रभारी कडारी जयसिंह , जोन प्रभारी जे० सी० सिदार , बालू जायसवाल , शशिभूषण सोनी , मोहन द्विवेदी , अरविंद तिवारी सहित कई गणमान्य नागरिक मौजूद थे।