टैलेंट और टेक्नोलॉजी का पर्याय है बेंगलुरु – पीएम मोदी

अरविन्द तिवारी 

नई दिल्ली (गंगा प्रकाश)-  भारत में यूक्रेन-रूस के बीच चल रहे युद्ध और हाल ही में आई कोरोना महामारी से बनी स्थितियों का विपरीत प्रभाव पड़ा है। वहीं अब पूरी दुनियां भारत की तरफ उम्मीद भरी नजरों से देख रही है। दुनियां वैश्विक संकट के दौर से गुजर रही है , लेकिन दुनिया भारत को एक उज्ज्वल स्थान मानती है क्योंकि हम अपनी अर्थव्यवस्था के मूल सिद्धांतों को मजबूत करने के लिये अपनी पहल जारी रखते हैं। जिन मुक्त व्यापार सौदों पर हस्ताक्षर किये गये हैं , वे दुनियां को हमारी तैयारियों की एक झलक देते हैं। 

              उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कर्नाटक में आयोजित वैश्विक निवेशक सम्मेलन इन्वेस्ट कर्नाटक 2022 के वर्चुअली उद्घाटन करते हुये कही। इन्वेस्ट कर्नाटक समिट में पीएम मोदी ने कर्नाटक की प्राकृतिक खूबसूरती और संस्कृति के बारे में चर्चा करते हुये कहा कि यह वह जगह है जहां परंपरा और तकनीक दोनों हैं। यह एक ऐसी जगह है, जहां पर प्रकृति और संस्कृति के बीच खूबसूरत तालमेल देखा जा सकता है। यह वह स्थान है जो ना केवल अपनी अद्भुत वास्तुकला के लिये बल्कि अपने जीवंत स्टार्टअप के लिये भी जाना जाता है। दुनियां वैश्विक संकट से गुजर रही है लेकिन भारत एक ब्राइट स्पॉट बन गया है। जब हम टैलेंट और टेक्नोलॉजी की बात करते हैं , तो सबसे पहले हमारे दिमाग में बेंगलुरु नाम आता है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि हालांकि यह वैश्विक संकट का समय है , दुनियां भर के अर्थशास्त्री और विशेषज्ञ भारत को एक उज्ज्वल स्थान के रूप में वर्णित कर रहे हैं। हम अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिये अपने बुनियादी सिद्धांतों पर काम लगातार कर रहे हैं। जिन मुक्त व्यापार सौदों पर हस्ताक्षर किये गये हैं , वे दुनियां को हमारी तैयारियों की एक झलक देते हैं। पीएम मोदी ने आगे कहा भारत ने विभिन्न क्षेत्रों में निवेश को प्रोत्साहित किया है जो पहले रक्षा , ड्रोन , अंतरिक्ष और भू-स्थानिक मानचित्रण जैसे निजी निवेश के लिये बंद थे। भले ही यह वैश्विक संकट का युग है लेकिन , विशेषज्ञ भारत को एक उज्ज्वल स्थान के रूप में देख रहे हैं। सरकार अपने मूल सिद्धांतों पर लगातार काम कर रही है ताकि भारतीय अर्थव्यवस्था हर गुजरते दिन के साथ मजबूत हो। शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने निवेशकों को लाल फीताशाही के जाल में फंसाने के बजाए लाल कालीन बिछा दिया है। हमने अपने निवेशकों को लाल फीताशाही से मुक्त किया और उन्हें अवसरों का एक रेड कार्पेट दिया है। नये जटिल कानून बनाने के बजाए हमने उन्हें रेशनल बनाया। मोदी ने कहा कि आज कर्नाटक के पास डबल इंजन की पावर है। इज ऑफ डूइंग बिजनस में कर्नाटक लगातार टॉप रैकर्स में अपनी जगह बनाये हुये है। फार्च्यून 500 कंपनियों में से 400 कर्नाटक में हैं। भारत के 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न में से 40 से ज्यादा कर्नाटक में हैं। गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान ने बुनियादी ढांचे के निर्माण के तरीके को बदल दिया है। विकासशील बुनियादी ढांचे के साथ-साथ मौजूदा बुनियादी ढांचे का नक्शा भी तैयार किया जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान लास्ट माइल कनेक्टिविटी का ध्यान रखा जाता है। पीएम ने कहा कि भले ही ये ग्लोबल क्राइसिस का दौर है लेकिन दुनियां भर के एक्सपर्ट्स, विश्लेषक और अर्थव्यवस्था के जानकार भारत को ब्राइट स्पॉट बता रहे हैं। हम अपने फंडामेंटल्स पर लगातार काम कर रहे हैं , जिससे भारत की अर्थव्यवस्था दिनों दिन मजबूत हो। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में भारत ने जो भी मुक्त व्यापार सौदे किये हैं , उससे दुनियां को भारत की तैयारियों की झलक मिल गई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक ओर जहां हम एफडीआई क्षेत्र में तेजी से विकास का अनुभव कर रहे हैं , वहीं दूसरी ओर देश में चिकित्सा संस्थानों और अस्पतालों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। आज दुनिया इंटस्ट्री 4.0 की तरफ बढ़ रही है , भारत के युवा बीते वर्षों में अपने यहां 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न बना चुके हैं। भारत में आठ साल में 80 हजार से ज्यादा स्टार्टअप्स बने हैं। इस उद्घाटन समारोह में कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत , मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई , केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण , पीयूष गोयल , प्रहलाद जोशी और राजीव चंद्रशेखर मौजूद थे। गौरतलब है कि बेंगलुरु में 02 से 04 नवम्‍बर तक होने वाले तीन दिवसीय कार्यक्रम में 80 से अधिक सत्र और तीन सौ से ज्यादा प्रदर्शकों के साथ कई व्यावसायिक प्रदर्शनियां होंगे , जिन्हें कुमार मंगलम बिड़ला , सज्जन जिंदल और विक्रम किर्लोस्कर जैसे उद्योगपति सहित विभिन्न वक्ता संबोधित करेंगे। इन्वेस्ट कर्नाटक का उद्देश्य संभावित निवेशकों को आकर्षित करना और अगले दशक के लिये विकास एजेंडा स्थापित करना है। कार्यक्रम के समानांतर 300 से अधिक कंपनियों के साथ कई व्यावसायिक प्रदर्शनियां और अन्य सत्रों का आयोजन किया जायेगा। देशों के लिये आयोजित सत्र में फ्रांस , जर्मनी , नीदरलैंड्स , दक्षिण कोरिया , जापान और ऑस्टेलिया जैसे देश सम्मिलित होंगे। इस आयोजन का वैश्विक स्तर कर्नाटक को दुनियां के सामने अपनी संस्कृति को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करेगा।

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