पुरी शंकराचार्य Posted on November 6, 2022November 6, 2022 by प्रकाश कुमार यादव सर्वकारण सच्चिदानन्द स्वरूप सर्वेश्वर की यज्ञ संज्ञा है। सर्वकारण सर्वेश्वर की सर्वरूपों में अभिव्यक्ति सृष्टि है ; जो कि यज्ञ सामग्री तथा यज्ञफल से सम्पन्न है। WhatsApp Facebook 0 Twitter 0 0Shares
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव November 26, 2022 0 गुणों में क्षोभ के अनन्तर रजोगुण के नियामक ब्रह्मा / सत्त्वगुण के नियामक विष्णु और तमोगुण के नियामक शिवरूप से एक ही सर्वेश्वर व्यक्त होते […]
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव December 27, 2022 0 तामस सर्ग की अपेक्षा राजस सर्ग का और राजस सर्ग की अपेक्षा सात्विक सर्ग का अधिक महत्व है , त्रिविध सर्ग की परार्थता भी सिद्ध […]
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव January 2, 2023 0 जो आलस्य रहित / धर्मात्मा / यथाशक्ति सत्पथ का अनुगमन करने वाला / सच्चरित्र और प्रबुद्ध होता है वह ब्रह्मभाव को प्राप्त करने में समर्थ […]