
अरविन्द तिवारी
रायपुर (गंगा प्रकाश)। शिवमहापुराण कथा का श्रवण सभी के लिये सौभाग्य का अवसर है। हमारे वेद-पुराण प्राचीन ग्रंथों के संदेश एवं संत-महात्माओं के द्वारा दिये गये उपदेश हमें सद्मार्ग पर चलने का रास्ता बताते हैं।
उक्त बातें महामहिम राज्यपाल अनुसुइया उइके ने आज राजधानी में आयोजित पंचदिवसीय श्रीशिवमहापुराण कथा के शुभारंभ के अवसर पर कथा श्रवण के लिये उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुये कही। कार्यक्रम में शामिल होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुये राज्यपाल ने आगे कहा कि हमारे देश में प्राचीन काल से जब-जब अधर्म और अत्याचार बढ़ा तब-तब संतों ने किसी ना किसी रूप में मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के वेद-पुराणों के वाचन एवं धार्मिक आयोजनों से सद्भाव का वातावरण निर्मित होता है। उन्होंने लोगों से आग्रह करते हुये कहा कि संत-महात्माओं के द्वारा बताये रास्ते पर चलते हुये हमारे देश की एकता एवं अखंडता को मजबूत बनाये रखें।राज्यपाल उइके ने कहा कि वर्तमान समय में जब लोग विभिन्न प्रकार के रोगों और मानसिक तनाव के दौर से गुजर रहे हैं । ऐसे में प्राचीन पुराणों एवं ग्रंथों का श्रवण हमारे चित्त को शांति एवं एकाग्रता प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया कि शिवपुराण के संबंध में मान्यता है कि जो भी भक्त भगवान शिव की आराधना करता है। या फिर इस शिवपुराण का पाठ करता है या करवाता है या फिर पूर्ण श्रद्धा एवं भक्ति भाव के साथ शिव पुराण कथा का श्रवण करता है , भगवान शिव उसका कल्याण करते हैं। इस पवित्र कथा के सुनने मा़त्र से पुण्य की प्राप्ति होती है। मनोकामनायें पूर्ण हो जाती हैं और व्यक्ति के समस्त प्रकार के कष्ट और पाप नष्ट हो जाते हैं। राज्यपाल ने कहा कि भगवान शिव सदैव लोक पकारी एवं कल्याणकारी हैं। पुराणों में शिव को त्याग , तपस्या , वात्सल्य तथा करुणा की मूर्ति बताया गया है। कहा गया है कि शिव सहज ही प्रसन्न हो जाने वाले एवं मनोवांछित फल देने वाले देवता हैं। इस सृष्टि का निर्माण भगवान शिव की इच्छा मात्र से ही हुआ है , इसलिये उनकी भक्ति करने वाले व्यक्ति को संसार की सभी वस्तुयें प्राप्त हो सकती हैं। राज्यपाल ने इस अवसर पर कथाकार प्रदीप मिश्रा के छत्तीसगढ़ आगमन पर उन्हें स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।इस अवसर पर महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया , गौसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास , सत्यनारायण शर्मा , विकास उपाध्याय , कुलदीप जुनेजा एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे।