पुरी शंकराचार्य Posted on November 15, 2022November 15, 2022 by प्रकाश कुमार यादव वैदिक संस्कारों से देह / इन्द्रिय / प्राण और अन्त:करण का शोधन होता है। लौकिक तथा पारलौकिक अभ्युदय सुलभ होता है तथा नि:श्रेयस रूप मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है। WhatsApp Facebook 0 Twitter 0 0Shares
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव November 7, 2022 0 अनुमान सिद्ध अग्नि में अभिमत कार्यसिद्धि की शक्ति असम्भव है , अतः अनुमान सिद्ध ईश्वर का निराकरण अपेक्षित है।
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव November 12, 2022 0 धर्म अर्थ और काम का साधक तथा मोक्ष का ख्यापक है। अत: धर्मावलम्बन आवश्यक है। धर्म से अर्थ सुलभ होता है / धर्म से काम […]
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव November 26, 2022 0 गुणों में क्षोभ के अनन्तर रजोगुण के नियामक ब्रह्मा / सत्त्वगुण के नियामक विष्णु और तमोगुण के नियामक शिवरूप से एक ही सर्वेश्वर व्यक्त होते […]